सदर प्रखंड में थम गया चुनाव प्रचार का शोर, कल 330 बूथों पर होगा मतदान
जागरण संवाददाता हाजीपुर सदर प्रखंड में बुधवार को होने वाले पंचायत चुनाव मतदान को लेकर
जागरण संवाददाता, हाजीपुर :
सदर प्रखंड में बुधवार को होने वाले पंचायत चुनाव मतदान को लेकर सोमवार की शाम प्रचार का शोर थम गया। सदर प्रखंड के 23 पंचायतों में 330 मतदान केंद्रों पर 96,236 पुरुष और 83,984 महिला समेत कुल 1,80,113 मतदाता 29 सितंबर को अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। प्रखंड में सभी छह पदों पर कुल 2499 प्रत्याशी मैदान में हैं। इनमें चार जिला परिषद क्षेत्र संख्या 22, 23, 24 एवं 25 के लिए 49 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। वही 23 पंचायतों में मुखिया पद के लिए 186, सरपंच पद से 125, पंचायत समिति सदस्य पद पर 200, ग्राम कचहरी पंच सदस्य पद पर 465 एवं ग्राम पंचायत वार्ड सदस्य के लिए 1474 प्रत्याशी चुनाव मैदान में डटे हैं। मतदान को स्वच्छ, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण संपन्न कराने के लिए बड़ी संख्या में मतदान कर्मी, माइक्रों आब्जर्वर, पेट्रोलिग मजिस्ट्रेट, सेक्टर मजिस्ट्रेट के अलावा पुलिस पदाधिकारी और जवान प्रतिनियुक्त किए गए हैं। सभी पंचायतों के लिए अलग-अलग 23 दंडाधिकारी प्रतिनियुक्त किए गए हैं। वहीं आरओ के साथ आधे दर्जन एआरओ चुनावी प्रक्रिया को देख रहे हैं। मतदान सामग्री मिलने में विलंब पर कर्मियों ने किया हंगामा संवाद सूत्र, हाजीपुर : बुधवार को होने वाले सदर प्रखंड के मतदान को लेकर प्रतिनियुक्त कर्मियों को मतदान सामग्री मिलने में विलंब होने पर काफी हंगामा किया गया। कर्मियों के हंगामे की सूचना पर डीएम और एसपी ने प्रखंड मुख्यालय पहुंचकर हंगामा को शांत कराया। इस बीच उन्होंने वितरण कार्य व्यवस्था सुचारु रूप से सुनिश्चित कराने के लिए सदर एसडीओ को निर्देश दिया। इसके बावजूद शाम 5 बजे तक मतदान कर्मी सामग्री मिलने की प्रतीक्षा में यहां बैठे रहे। जिसके बाद वितरण कार्य प्रारंभ हुआ, लेकिन पीठासीन अधिकारी के साथ सहायक कर्मचारी की राशि में कटौती कर वितरण किए जाने के बाद शिक्षक सड़क पर आकर यातायात अवरुद्ध कर दिया। जाम के कारण वाहनों की लंबी कतार लग गई और अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया। इसके बाद रिटर्निंग आफिसर अमित कुमार सुमन ने संशोधित पत्र के आधार पर राशि भुगतान की घोषणा की तब जाकर शिक्षकों ने जाम समाप्त किया। ज्ञात हो कि मतदान सामग्री प्राप्त करने के लिए करीब 2000 कर्मी सुबह 9 बजे से ही यहां पहुंचना शुरू कर चुके थे। उन्हें बैठने के लिए पर्याप्त संख्या में व्यवस्था नहीं होने पर दोपहर बाद हंगामा शुरू हो गया। बड़ी संख्या में कर्मियों के पहुंचने के कारण प्रखंड मुख्यालय और आसपास की सड़कें बाइक एवं चार पहिया वाहनों से अटा-पटा रहा। कर्मचारियों को पीने के लिए शुद्ध पानी और बैठने तक की व्यवस्था नहीं रहने के कारण अधिकारियों को खरी-खोटी सुनना पड़ा। इस बीच शाम शाम 7 बजे तक मात्र दो पंचायतों के मतदान कर्मियों को ही सामग्री का वितरण किया जा सका था। यहां विधि व्यवस्था एवं अन्य कार्य का जिम्मा किसी दूसरे सहायक निर्वाची पदाधिकारी को नहीं देकर एक शिक्षक को दिया गया है। इस कारण अव्यवस्था फैलने की शिकायतें की जा रही थी।