एसटीइटी संघ की बैठक में सरकार पर टालमटोल का आरोप

जागरण संवाददाता हाजीपुर स्थानीय अक्षयवट राय स्टेडियम स्थित वैशाली कला मंच पर एसटीइटी 20

By JagranEdited By: Publish:Sun, 12 Sep 2021 11:19 PM (IST) Updated:Sun, 12 Sep 2021 11:19 PM (IST)
एसटीइटी संघ की बैठक में सरकार पर टालमटोल का आरोप
एसटीइटी संघ की बैठक में सरकार पर टालमटोल का आरोप

जागरण संवाददाता, हाजीपुर :

स्थानीय अक्षयवट राय स्टेडियम स्थित वैशाली कला मंच पर एसटीइटी 2019 जिला संघ की बैठक हुई। अध्यक्षता जिला संयोजक रामजीवन पंडित ने की। इस मौके पर एसटीइटी 2019 में क्वालीफाई अभ्यर्थियों को रिजल्ट के कई महीने बाद भी अभी तक सर्टिफिकेट जारी नहीं किए जाने पर रोष जताया गया। वक्ताओं ने विभाग एवं मंत्री पर टालमटोल करने के आरोप लगाए। इस मौके पर एसटीइटी संघ के शिक्षा विभाग के वरीय अधिकारियों से मिलकर अपनी समस्या रखने तथा इसके लिए उच्च न्यायालय में रिट याचिका दायर करने का निर्णय लिया गया। बैठक में आमोद कुमार, सुजाता कुमारी, मुकेश कुमार, विकास कुमार, रवि कुमार, कन्हाई कुमार, अंशु कुमार, बबलू कुमार, सुमन कुमार, अविनाश कुमार, पंकज कुमार, शिवनंद कुमार, संजय कुमार, संजीव कुमार, पप्पू कुमार, अमित कुमार, सरिता कुमारी आदि शामिल थे।

सरकार के आदेश के चार माह बाद भी नहीं मिला बढ़ा हुआ वेतन - प्रधानाध्यापक नियमावली 2021 को शिक्षकों के साथ बताया घोखा - महनार में राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की बैठक में समस्याओं पर चर्चा संवाद सहयोगी, महनार :

राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की प्रदेश कार्यसमिति की आनलाइन बैठक मैं 1 अप्रैल से लागू 15 प्रतिशत वेतन वृद्धि की राशि का भुगतान नहीं होने होने पर क्षोभ प्रकट किया गया। जल्द बढ़ा हुआ वेतन शिक्षकों को उपलब्ध कराने की मांग की गई। वहीं बैठक में प्रधानाध्यापक, प्रधान शिक्षक नियमावली 2021 को शिक्षकों के साथ धोखा बताया गया।

राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ बिहार प्रदेश कार्यसमिति की आनलाइन बैठक रविवार को आयोजित की गई। बैठक में सरकार की घोषणा एवं अधिसूचना जारी होने के बाद भी 1 अप्रैल 2021 से 15 प्रतिशत वेतन वृद्धि की राशि का भुगतान अभी तक नहीं होने पर गहरी नाराजगी एवं आक्रोश प्रकट किया गया। प्रस्ताव पारित कर अविलंब 15 प्रतिशत वेतन वृद्धि की राशि का भुगतान करने की मांग की गई। बैठक में बिहार राजकीयकृत प्राथमिक विद्यालय प्रधान शिक्षक नियमावली 2021 एवं बिहार राज्य उच्च माध्यमिक विद्यालय प्रधानाध्यापक नियमावली 2021 को शिक्षकों के साथ धोखा बताया गया। कहा गया कि बिहार सरकार शिक्षकों के आंख में लगातार धूल झोंकने का प्रयास कर रही है।

कहा गया कि सेवा शर्त 2020 के कंडिका 16 प्रोन्नति में नियोजित शिक्षकों को स्नातक ग्रेड एवं प्रधानाध्यापक के पद पर प्रोन्नति देने का प्रावधान है, लेकिन सरकार इसकी बात नहीं कर नए सिरे से प्रधानाध्यापकों की बहाली कर रही है। बैठक में उक्त नियमावली के कई प्रावधानों पर आपत्ति भी जताई गई। कहा गया कि इसमें डीपीई उत्तीर्ण शिक्षकों को कोई स्थान नहीं दिया गया है। बैठक में महिला एवं दिव्यांग शिक्षकों के स्थानांतरण को सरकार के स्तर पर ठंडे बस्ते में डालने पर कड़ी आपत्ति प्रकट की गई। मांग की गई कि अविलंब स्थानांतरण की प्रक्रिया को पूर्ण किया जाए।

बैठक की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष रजनीश कुमार ने की जबकि संचालन महामंत्री पंकज कुमार ने किया। बैठक में मीडिया प्रभारी ज्ञानेंद्र नाथ सिंह, जिलाध्यक्ष बेगूसराय के प्रशांत कुमार, वैशाली के त्रिवेणी कुमार, समस्तीपुर के मिथिलेश कुमार, गोपालगंज से शिव कुमार द्विवेदी, अभिरंजन त्रिपाठी, मुंगेर से अभय नाथ, मधेपुरा से अरुण कुमार आर्य, सुपौल से विनय कुमार झा के साथ विनय मिश्रा, दिलीप कुमार, धर्मेंद्र कुमार, धीरज कुमार आदि बैठक में शामिल रहे।

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