महनार में चर्चित सुप्रिया हत्याकांड का पर्दाफाश, महिला समेत पांच गिरफ्तार
जागरण संवाददाता हाजीपुर महनार थाने के करनौती गांव में करीब एक सप्ताह पूर्व हुई 14 स
जागरण संवाददाता, हाजीपुर :
महनार थाने के करनौती गांव में करीब एक सप्ताह पूर्व हुई 14 साल की छात्रा सुप्रिया हत्याकांड का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। हत्या का कारण गलत निगाह से अपहरण और भेद खुलने की डर से हत्या कर शव फेंका जाना बताया गया है। इस मामले में मुख्य संदिग्ध समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार लोगों में एक महिला भी शामिल है, जिसपर घटना में साक्ष्य छुपाने का आरोप है। पकड़े गए आरोपितों की निशानदेही पर मृत छात्रा की साइकिल, स्कूल बैग कापी-किताब के साथ घटना में प्रयुक्त अन्य सामान भी बरामद किया गया है। मामले में एक अन्य संदिग्ध फरार बताए गए हैं, जिसकी गिरफ्तारी में पुलिस छापेमारी कर रही है।
वैशाली एसपी मनीष ने अपने कार्यालय कक्ष में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान घटना का पर्दाफाश करते हुए बताया कि करनौती गांव निवासी उमाशंकर ठाकुर की पुत्री सुप्रिया कुमारी गत 14 सितंबर की सुबह पांच बजे पटोरी स्थित कोचिग जाने के लिए अपनी साइकिल के साथ घर से निकली थी। सुबह दस बजे तक वह वापस नहीं लौटी तो उसकी मां इंदु देवी ने कोचिग में संपर्क किया। कोचिग से पता चला कि आज वह कोचिग पहुंची ही नहीं थी। इसके बाद खोजबीन में उसका कही अता-पता नहीं चलने पर छात्रा की मां ने महनार थाने में गुमशुदगी की सूचना दर्ज कराई, लेकिन अगले दिन ही छात्रा का शव गांव से कुछ दूरी पर चंवर में पानी में तैरते हुए पाया गया था। इसके बाद मामले को हत्या में तब्दील कर जांच शुरू की गई।
एसपी ने बताया कि इस घटना को लेकर महनार एसडीपीओ सुरेंद्र पंजियार के नेतृत्व में एसआइटी का गठन किया गया था। इसमें मानवीय और तकनीकी जांच के साथ विधि-विज्ञान प्रयोगशाला और डाग स्क्वायड का भी सहारा लिया गया। इस दौरान कई संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई और घटना के मुख्य संदिग्ध दशरथ मांझी को अब्दुल्ला चौक के पास ग्रामीणों के सहयोग से पकड़ लिया गया। उन्होंने बताया कि पूछताछ के दौरान स्वीकारोक्ति बयान के आधार पर मृतका की साइकिल चंवर में पानी से बरामद किया गया। इसके साथ ही दूसरे संदिग्ध यदुनाथ राय के निशानदेही पर छात्रा के स्कूल बैग को चंवर के झाड़ी से बरामद किया गया। वहीं वकील पासवान के बेडरूम से घटना में प्रयुक्त काला रंग का गमछा तथा चंदेश्वर पासवान के घर से लाल रंग का गमछा बरामद किया गया है। चंदेश्वर पासवान अभी पुलिस पकड़ से बाहर है। -----------
पकड़े गए कई संदिग्धों पर पहले से ही आपराधिक मामले दर्ज
एसपी ने बताया कि इस मामले में पकड़े गए मुख्य संदिग्ध दशरथ मांझी, पिता शिवजी मांझी रूपनारायणपुर करनौती के विरुद्ध बछबाड़ा रेल थाना कांड संख्या 06 2016 धारा 395 के तहत पहले से प्राथमिकी दर्ज है, जिसमें वह जेल जा चुका है। वहीं यदुनाथ राय उर्फ यदू राय, पिता शिवप्रसाद राय रुपनारायणपुर करनौती के विरुद्ध शाहपुर पटोरी थाना कांड संख्या 42 2020 धारा 414 एवं 25,26, 35 आर्म्स एक्ट का मामला तथा वकील पासवान, पिता रामदास पासवान धर्मपुर वांदे शाहपुर पटोरी के विरुद्ध विद्यापतिनगर थाना कांड संख्या 09 2019 धारा 379, 411 एवं 34 के तहत मामला पहले से दर्ज है। मामले में दो अन्य संदिग्ध गौतम सहनी, पिता तिलेश्वर सहनी, धर्मपुर वांदे शाहपुर पटोरी तथा सलवा देवी, पेसर गणेश मांझी रूपनारायनपुर करनौती को भी गिरफ्तार किया गया है। इनके विरुद्ध साक्ष्य छुपाने का आरोप है।
गलत निगाह से किया अपहरण एवं भेद खुलने की डर से हत्या
एसपी मनीष के अनुसार छात्रा सुप्रिया की हत्या गलत निगाह से किया गया था। लेकिन भेद खुलने और पकड़े जाने की भय से उसकी हत्या कर दी गई और शव को चंवर के पानी में फेंक दिया गया। जांच और पूछताछ के दौरान यह बात सामने आयी है कि दशरथ मांझी का चरित्र पहले से ही गलत रहा है। वह छात्रा के अकेली आते-जाते देखकर उस पर गलत निगाह रख रहा था। मौका मिलते ही उसने इस घटना को अंजाम दिया है। उन्होंने बताया कि हालांकि मेडिकल बोर्ड से शव का कराए गए पोस्टमार्टम में छात्रा के साथ किसी तरह के अन्य छेड़छाड़ की पुष्टि नहीं हुई है। मालूम हो कि छात्रा की हत्या कर शव फेंके जाने की घटना के बाद महनार का माहौल गरम हो गया था। यहां आंदोलनों का सिलसिला शुरू हो गया था, वहीं अनेक राजनीतिक पार्टी के वरीय नेताओं का दौरा शुरू हो गया था। इस बीच हत्याकांड का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है।