चकसिकंदर में उद्घाटन के 12 वर्ष बाद भी स्लीपर फैक्ट्री चालू नहीं

वैशाली। बिदुपुर प्रखंड के चकसिकंदर रेलवे स्टेशन के निकट रेलवे का स्लीपर फैक्ट्री उद्घ

By JagranEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 11:42 PM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 11:42 PM (IST)
चकसिकंदर में उद्घाटन के 12 वर्ष बाद भी स्लीपर फैक्ट्री चालू नहीं
चकसिकंदर में उद्घाटन के 12 वर्ष बाद भी स्लीपर फैक्ट्री चालू नहीं

वैशाली। बिदुपुर प्रखंड के चकसिकंदर रेलवे स्टेशन के निकट रेलवे का स्लीपर फैक्ट्री उद्घाटन के करीब साढ़े बारह वर्ष से अधिक समय बीत जाने के बाद भी चालू नहीं हो सका है। हाजीपुर-बछवाड़ा रेलखंड पर चकसिकंदर रेलवे स्टेशन के समीप रेलवे की भूमि पर इरकॉन के स्लीपर फैक्ट्री का शिलान्यास तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने वर्ष 2007 में किया था। वर्ष 2009 के फरवरी माह में पटना के राजेन्द्र नगर स्टेशन से रिमोट से उद्घाटन किया था। स्लीपर फैक्ट्री के उद्घाटन के बाद आज तक उत्पादन शुरू नहीं हो सका। अब हाल यह है कि वर्षों से चालू नहीं होने के कारण करोड़ों की मशीन में जंग लग रहा है।

गौरतलब हो कि वर्ष 2007 में लगभग 11 करोड़ रुपये की लागत से हाजीपुर-बछवाड़ा रेलखंड पर चकसिकंदर रेलवे स्टेशन के समीप रेलवे के स्लीपर फैक्ट्री का निर्माण कार्य शुरू हुआ था। स्लीपर फैक्ट्री का निर्माण होने के बाद भी उत्पादन शुरू नहीं हो सका। वर्तमान में हाल यह है कि स्लीपर फैक्ट्री के कल-पूर्जे में जंग लग रहा है। कीमती मशीन बर्बाद होने के कगार पर पहुंच गया है। विभागीय उदासीनता एवं लापरवाही के कारण स्लीपर फैक्ट्री बदहाली के कगार पर पहुंच गई है। फैक्ट्री एक दशक से अधिक समय से उद्धारक की बाट जोह रहा है।

इलाके के लोगों ने अब तक स्लीपर फैक्ट्री के चालू नहीं होने पर चिता का इजहार करते हुए रेलवे के अफसरों एवं रेलमंत्री से जल्द से जल्द चालू कराने की मांग की है। इंसर्ट फैक्ट्री के चालू होने से युवाओं को मिलता रोजगार

हाजीपुर-बछवाड़ा रेलखंड पर चकसिकंदर रेलवे स्टेशन के निकट रेलवे के स्लीपर फैक्ट्री की यहां मंजूरी मिलने एवं उद्घाटन के बाद इलाके के युवाओं को रोजगार मिलने एवं विकास की उम्मीद जगी थी, लेकिन सपना आज तक साकार नहीं हो सका। स्लीपर फैक्ट्री को चालू कराने को लेकर इलाके के लोगों ने कई बार आवाज उठाते हुए रेलवे के अफसरों एवं सांसद का इस ओर ध्यान आकृष्ट कराया पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई।

chat bot
आपका साथी