श्रीमद्भागवत कथा का भक्तिमय वातावरण के बीच हुआ समापन

संवाद सहयोगी सोनपुर पिछले सात दिनों से बाबा हरिहर नाथ मंदिर में चल रहे श्रीमद्भागवत क

By JagranEdited By: Publish:Tue, 05 Oct 2021 11:43 PM (IST) Updated:Tue, 05 Oct 2021 11:43 PM (IST)
श्रीमद्भागवत कथा का भक्तिमय वातावरण के बीच हुआ समापन
श्रीमद्भागवत कथा का भक्तिमय वातावरण के बीच हुआ समापन

संवाद सहयोगी, सोनपुर :

पिछले सात दिनों से बाबा हरिहर नाथ मंदिर में चल रहे श्रीमद्भागवत कथा का मंगलवार को भक्तिमय वातावरण के बीच समापन किया गया। इस अवसर पर बिहार के पूर्व डीजीपी एवं कथावाचक गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा का श्रवण करने मात्र से कई यज्ञ करवाने का पुण्य प्राप्त होता है। साथ ही भागवत कथा ना सिर्फ हमारे चित्त और मन की शुद्धि करता है बल्कि हमारे अन्दर मौजूद रजोगुणी प्रभाव को कम करते हुए सतोगुण के प्रभाव की बढ़ोतरी करता है। जिसके फलस्वरूप मनुष्य सत्कर्म की राह पर अग्रसर होता है। उसके अंदर व्याप्त लोभ, लालच, काम-क्रोध, मक्कारी, बेईमानी इत्यादि अवगुणों का तेजी से नाश होता है।

उन्होंने कहा कि मनुष्य योनि में जन्म कई लाख जन्मों की यात्रा के पश्चात किये गए सत्कर्मों की वजह से हमें प्राप्त होता हैं। इसीलिए इसे व्यर्थ न गवाएं बल्कि स्वयं को अपने कर्मों से अमर कर जाएं। क्योंकि हमारा शरीर नश्वर होता है, लेकिन कर्म अमर होता है। कर्म उसी का अमर होता है जो सत्कर्म करता है। कुकर्मी और पापियों का कर्म कभी अमर नहीं होता है। इस मौके पर पा‌र्श्व गायिका इंडियन आइडल फेम रूपम राम्या ने भी अपनी भक्ति गीतों की प्रस्तुति से भक्तों का मन मोह लिया।

इस मौके पर विजय सिंह लल्ला ने कहा कि जिस प्रकार से पांडेय पिछले सात दिनों से कथा कह रहे थे ऐसा लग रहा था मानो पूरा सोनपुर भक्ति की रस में डूब गया है। पूरे कथा सत्र को सम्पन्न कराने में मुख्य रूप से मन्दिर कमेटी के सचिव विजय सिंह लल्ला, कोषाध्यक्ष निर्भय कुमार सिंह, मंदिर के मुख्य अर्चक सुशील चन्द्र शास्त्री, बमबम पांडेय की प्रमुख भूमिका रही। वही राकेश सिंह, राजकिशोर सिंह, कवि सीताराम सिंह, स्वयं प्रकाश, मौनी बाबा, अयोध्या से आए बालक दास महाराज, कृष्णा प्रसाद, दिनेश सहनी, गणिनाथ राय, प्रो. चंद्र भूषण तिवारी, अशोक सिंह आदि कार्यक्रम में मौजूद रहे।

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