शारदीय नवरात्र के दूसरे दिन श्रद्धा के साथ हुई मां ब्रह्मचारिणी की पूजा-अर्चना

जागरण संवाददाता हाजीपुर शारदीय नवरात्र के दूसरे दिन शुक्रवार को भक्तों ने माता के दूस

By JagranEdited By: Publish:Fri, 08 Oct 2021 11:38 PM (IST) Updated:Fri, 08 Oct 2021 11:38 PM (IST)
शारदीय नवरात्र के दूसरे दिन श्रद्धा के साथ हुई मां ब्रह्मचारिणी की पूजा-अर्चना
शारदीय नवरात्र के दूसरे दिन श्रद्धा के साथ हुई मां ब्रह्मचारिणी की पूजा-अर्चना

जागरण संवाददाता, हाजीपुर :

शारदीय नवरात्र के दूसरे दिन शुक्रवार को भक्तों ने माता के दूसरे स्वरूप देवी ब्रह्मचारिणी की पूरे श्रद्धाभाव के साथ आराधना की। शनिवार को माता के तीसरे स्वरूप देवी चंद्रघंटा की आराधना व पूजा-अर्चना की जाएगी। पंडितों ने देवी चंद्रघंटा के बारे में प्रकाश डालते हुए कहा कि चंद्रमा जिनकी घंटा में स्थित हो, उस देवी का नाम चंद्रघंटा है। इस देवी के दस हाथ हैं। वे खड्ग और अन्य अस्त्र-शस्त्र से विभूषित हैं। सिंह पर सवार इस देवी की मुद्रा युद्ध के लिए उद्धत रहने की है। देवी की आराधना से साधक में वीरता और निर्भरता के साथ ही सौम्यता और विनम्रता का विकास होता है। पंडितों ने आज का विशेष भोग यानी नैवेद्य दूध और दूध से तैयार मिष्ठान बताया। देवी चंद्रघंटा को दूध और दूध से तैयार मिष्ठान चढ़ाने से साधकों के साथ ही पूरे परिवार का दुख-दरिद्र दूर होता है।

पंडितों का कहना है कि माता दुर्गा आद्यशक्ति हैं। रुद्रयामल तंत्र में आद्यशक्ति का निर्वचन करते हुए प्रतिपादित किया गया है कि जो दुर्गा के समान अपने भक्तों की रक्षा करती है अथवा जो अपने भक्तों को दुर्गति से बचाती है, वह माता दुर्गा है। ब्रह्मा, विष्णु और महेश उन्हीं की शक्ति से सृष्टि की उत्पत्ति, पालन-पोषण और संहार करते हैं। मार्कण्डेय पुराण में वर्णित है कि सांसारिक कष्टों यानी जिनको धर्म की भाषा में दुर्गति कहते हैं, उससे मुक्ति के लिए दुर्गा की उपासना से स्वर्ग जैसे भोग और मोक्ष जैसी शांति मिल जाती है।

भगवानपुर : प्रखंड क्षेत्र के गुरुवार को नवरात्र का अनुष्ठान पूरे श्रद्धाभाव से चल रहा है। कलश स्थापन के साथ श्रद्धालु पूरे श्रद्धाभाव से मां की अराधना में जुटे हैं। नवरात्र के दूसरे दिन श्रद्धालुओं ने माता के दूसरे स्वरूप देवी ब्रह्मचारिणी की पूरे श्रद्धाभाव के साथ आराधना की। भगवानपुर, सराय, इमादपुर, मुर्गियाचक, शंभूपुर कोआरी, हरपुर गोढि़या, सहथा, रोहुआ हांसी केवल, हांसी मलाही सहित पूरे क्षेत्र में कलश स्थापन के साथ पूरे विधि-विधान एवं मंत्रोचारण के साथ भक्त मां की अराधना में जुटे हुए हैं। वैशाली : शारदीय नवरात्र को लेकर संपूर्ण प्रखंड क्षेत्र भक्तिमय हो गया है। माता के जयकारे से वातावरण गुंजायमान हो रहा है। शारदीय नवरात्र के लिए प्रखंड क्षेत्र के सभी देवी स्थानों को सजाया गया है। वहीं बड़ी संख्या में लोग अपने घर पर ही कलश स्थापना कर पूजा कर रहे हैं। गायत्री शक्तिपीठ मंदिर अबुलहसनपुर में आचार्य शंभु पांडेय के निर्देश में समाज कल्याण के लिए पूजा चल रहा है। पातेपुर : शारदीय नवरात्र महापर्व की शुरुआत के साथ ही क्षेत्र की तमाम शक्ति पीठ एवं देवी मंदिरों में वैदिक मंत्रोच्चार की ध्वनि के साथ ही देवी दुर्गा की पूजा अर्चना में श्रद्धालु एवं भक्त रमे हुए हैं। तमाम देवी मंदिरों एवं चौक-चौराहों पर स्थित पूजा पंडालों में भक्तों ने शुक्रवार को माता के दूसरे स्वरूप देवी ब्रह्मचारिणी की पूरे श्रद्धाभाव के साथ आराधना की। पातेपुर क्षेत्र के बरडीहा चौक स्थित मां दुर्गा मंदिर परिसर में काफी समय से सामूहिक पूजा का प्रचलन चलता आ रहा है। मालपुर शिवना चौक स्थित दुर्गा मंदिर, बहुआरा, आरा मिल चौक, पातेपुर ट्रांसफार्मर चौक, मुसापुर चौक समेत दर्जनों स्थानों पर सुबह शाम वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजा अर्चना से पूरा प्रखंड क्षेत्र भक्तिमय हो गया है। महुआ : महुआ प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न भागों में शारदीय नवरात्र पर शक्ति की देवी मां दुर्गा का पूजा-अर्चना में श्रद्धालु पूरे श्रद्धाभाव से जुटे हुए हैं। जिले के प्रसिद्ध शक्तिपीठ सिघाड़ा गोविदपुर में आचार्यों की मंडली मां की पूजा-अर्चना में जुटी हुई है। यहां पर पंचमी के दिन मां का पट खुल जाता है। वहीं महुआ के पातेपुर रोड, गांधी चौक, कुशहर चौक, छतवारा चौक, कन्हौली, हरपुर बेलवा, हरपुर ओस्ती चौक, मुजफ्फरपुर रोड सहित कई स्थानों पर भी मां की प्रतिमा का निर्माण किया जा रहा है। यहां पर भी कलश स्थापित कर पूजा अर्चना प्रारंभ कर दिया गया है। नवरात्र के दूसरे दिन माता के दूसरे स्वरूप देवी ब्रह्मचारिणी की पूरे श्रद्धाभाव के साथ भक्तों ने आराधना की।

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