जिले में 13 हजार प्रवासियों की क्वारंटाइन अवधि पूरी : एडीएम

हाजीपुर वैशाली जिले में अब तक 1435 लोगों की जांच की गयी है जिसमें से 60 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। कोरोना संक्रमितों में 10 स्वस्थ होकर अपने घरों को लौट चुके हैं।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 27 May 2020 09:33 PM (IST) Updated:Thu, 28 May 2020 06:08 AM (IST)
जिले में 13 हजार प्रवासियों की क्वारंटाइन अवधि पूरी : एडीएम
जिले में 13 हजार प्रवासियों की क्वारंटाइन अवधि पूरी : एडीएम

हाजीपुर : वैशाली जिले में अब तक 1435 लोगों की जांच की गयी है, जिसमें से 60 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। कोरोना संक्रमितों में 10 स्वस्थ होकर अपने घरों को लौट चुके हैं। वहीं कोरोना संक्रमण को लेकर जारी लॉकडाउन के बीच जिले में विभिन्न राज्यों से लौट कर आए 23 हजार 165 प्रवासियों में 13 हजार 289 प्रवासी अपनी क्वारंटाइन की अवधि पूरी कर घर वापस लौट चुके हैं। जिले में बनाए गए 469 प्रखंड स्तरीय क्वारंटाइन सेंटर में अभी 11 हजार 205 लोगों को रखा गया है। क्वारंटाइन सेंटर से घर वापस भेजे गए प्रवासियों की भी मेडिकल टीम लगातार मॉनिटरिग कर रही है।

कलेक्ट्रेट सभागार में बुधवार को आयोजित प्रेस कॉफ्रेंस में अपर समाहर्ता जितेंद्र प्रसाद साह ने मीडिया को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जिले में 2 मई के बाद मंगलवार की शाम तक 5982 प्रवासी वापस लौटे हैं। श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से प्रवासियों को लौटना लगातार जारी है। घर वापस लौट रहे प्रवासियों का रजिस्ट्रेशन, जांच व दो वर्गों में बांट कर प्रखंड स्तरीय क्वारंटाइन सेंटर व होम क्वारंटाइन के लिए भेजा जा रहा है। होम क्वारंटाइन में भेजे जा रहे प्रवासियों की भी लगातार मॉनिटरिग की जा रही है। उन्होंने बताया कि ग्रुप ए में सूरत, अहमदाबाद, मुंबई, पुणे, दिल्ली, गाजियाबाद, फरिदाबाद, नोएडा, कोलकता, बंगलुरू जैसे सेंसेटिव एरिया से आने वाले प्रवासियों को प्रखंडों में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर में रखा जा रहा है। जिले में 1435 लोगों की जांच की गयी, जिसमें से 60 कोरोना पॉजिटिव पाये गये हैं। बताया कि लॉकडाउन के बीच घर वापस लौटे प्रवासियों को क्वारंटाइन करने के साथ उनकी स्किल मैपिग भी की जा रही है। कुशल व अकुशल कामगारों की सूची तैयार की गयी है। अपर समाहर्ता ने बताया कि प्रवासियों को मनरेगा के तहत जॉब कार्ड उपलब्ध कराया जा रहा है, ताकि कोरेंटिन अवधि के बाद उन्हें रोजगार उपलब्ध कराया जा सके। क्वारंटाइन की अवधि पूरी कर चुके सैकड़ों प्रवासी श्रमिकों को मनरेगा के तहत रोजगार से भी जोड़ा गया है। वहीं कुशल प्रवासी श्रमिकों की मैपिग के बाद उन्हें रोजगार उपलब्ध कराने के लिए जिला उद्योग विभाग व संबंधित विभागों को उनकी सूची उपलब्ध करायी गयी है, ताकि उनके स्किल के अनुसार उन्हें रोजगार उपलब्ध कराया जा सके।

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