अस्पताल पहुंचाने के लिए समय पर एंबुलेंस नहीं मिलने से गर्भवती की मौत
- स्वजनों ने अस्पताल प्रशासन एवं एंबुलेंस चालक पर लापरवाही बरतने का लगाया आरोप -कहा एंबुलेंस चालक पहले टाल-मटोल करता रहा फिर फोन बंद कर लिया फोटो- 02 ----------- संवाद सूत्र राघोपुर
वैशाली । अस्पताल पहुंचाने के लिए सुबह पांच बजे एंबुलेंस नहीं मिलने से मलिकपुर निवासी मुन्नी देवी की मौत हो गई। मृतक के स्वजनों ने राघोपुर अस्पताल प्रशासन एवं एंबुलेंस चालक पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि समय पर एंबुलेंस नहीं मिलने के कारण जान चली गई। इसको लेकर स्वजनों एवं गांव के लोगों में स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ रोष है।
जानकारी के अनुसार, मलिकपुर निवासी महेंद्र दास की पुत्री मुन्नी देवी गर्भवती थी। अचानक तबियत खराब होने के कारण मोहनपुर रेफरल अस्पताल में रविवार शाम चार बजे भर्ती कराया गया। मरीज की हालत गंभीर होते देख मोहनपुर अस्पताल में पदस्थापित एनएनएम ने मरीज को पटना रेफर कर दिया। मरीज को ले जाने के लिए परिजन ने एंबुलेंस चालक को कई बार फोन लगाया, लेकिन वह टाल-मटोल कर फोन को बंद कर लिया। इसके बाद स्वजनों ने आनन-फानन ऑटो से मरीज को पटना ले जा रहा थे। जेटली घाट पर पहुंचते ही महिला की मौत हो गई।
मृतक के भाई मलिकपुर निवासी ने बताया कि मेरी बहन मुन्नी देवी की अचानक तबियत खराब होने के बाद मोहनपुर रेफरल अस्पताल ले गए तो वहां नर्स के अलावा कोई डॉक्टर एवं अन्य कर्मचारियों नहीं था। देर रात तबियत ज्यादा बिगड़ने पर अस्पताल के एनएनएम ने सोमवार सुबह लगभग चार बजे पटना रेफर कर दिया। इसी दौरान पटना ले जाने के लिए एंबुलेंस चालक को फोन किया गया तो एंबुलेंस चालक ने आधे घंटे में आने की बात कहकर फोन स्विच ऑफ कर दिया। इसके बाद प्राइवेट ऑटो से मरीज को पटना ले जाने के दौरान जेटली घाट पर मौत हो गई। उन्होंने कहा कि अस्पताल प्रशासन एवं एंबुलेंस चालक की लापरवाही के कारण मरीज की मौत हुई है।
मलिकपुर निवासी महेंद्र दास की पुत्री की शादी हाजीपुर शहर के अंदर किला मोहल्ले में हुई थी। महिला रविवार सुबह अपने मायके मलिकपुर आई थी। शाम को अचानक तबियत खराब होने के कारण मोहनपुर रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया। महिला अपने पीछे दो बच्ची को छोड़ गई।