एनएच 22 को जोड़ने वाली सड़क पर गड्ढ़े व जल-जमाव से परेशानी
सरकारी कार्यालयों तक पहुंचने एवं मुख्य मार्ग से जोड़ने वाली सड़को की हालत बारिश के जल-जमाव से बदतर हो गई है। गड्ढ़ो में तब्दील एवं कीचड़ से
संवाद सूत्र, गोरौल :
सरकारी कार्यालयों तक पहुंचने एवं मुख्य मार्ग से जोड़ने वाली सड़कों की हालत बारिश के जल-जमाव से बदतर हो गई है। गड्ढ़ों में तब्दील एवं कीचड़ से भरे कई सड़कें आम लोगों के आवागमन को प्रभावित कर रहा है। इसके बावजूद सरकारी अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को इसकी सूध नहीं है। भगवानपुर प्रखंड के सतपुरा गांव से गुजरने वाली सड़क को देख कर कोई यात्री दूसरी बार इस रास्ते से यात्रा भी करना नहीं चाहेगा। सड़क पर बड़े-बड़े जानलेवा गड्ढ़े बन आए हैं उपर से जल-जमाव लोगों को मुसीबत में डाल रखा है। क्षतिग्रस्त सड़क होकर आते-जाते यात्री और मालवाहक गाड़ियां इसे नरक में तब्दील कर दिया है।
बताते चलें कि यह सड़क यात्रा यातायात की ²ष्टि से हाजीपुर और मुजफ्फरपुर जाने वाली मुख्य मार्ग एनएच 22 से जुड़ती है। वहीं इस क्षेत्र के लक्ष्मी नारायण महाविद्यालय भगवानपुर और राम परीक्षण चन्द्र ज्योति उच्च विद्यालय बेलवर घाट में इस इलाके के बच्चे इसी रास्ते से होकर आते-जाते है। इसके अलावा आसपास के करीब एक दर्जन गांव के लोगों का यह महत्वपूर्ण रास्ता है। यहां से बाजार जाना हो या छोटी-मोटी जरूरतों के लिए आसपास की दुकानें जाने में लोगों को पसीने छूट जाते हैं। स्थानीय लोगों के कई बार की मांगें आज तक अधिकारियों और जन प्रतिनिधियों ने अनसुना ही कर दिया। इससे परेशानी में पड़े लोग इन्हें कोस रहे हैं।
स्थानीय नागेंद्र चौधरी, मो सुलेमान मियां, नूर मोहम्मद, जितेंद्र रजक, अजय बैठा, रंजीत कुमार, राजू कुमार, उमेश कुशवाहा, पंकज कुमार मिश्रा सहित अन्य लोगों ने बताया कि यात्रियों और गाड़ियों के गिरने से यहां कई छोटी-मोटी घटनायें हो चुकी है। अफसोस है कि यहां के जनप्रतिनिधि सड़कों की कायाकल्प के वायदे तो किए लेकिन अभी तक परिणाम सिफर ही रहा। यहां तक कि अधिकारियों की नजर से भी आज तक यह महत्वपूर्ण सड़क ओझल ही बना हुआ है।