टीकाकरण की सफलता को अधिकारी गांवों व शहर के वार्डों को लेंगे गोद

कोविड टीकाकरण के शत प्रतिशत लक्ष्य को पूरा करने के उद्देश्य से समाहरणालय के सभागार में शनिवार को जिला कम्युनिकेशन टास्क फोर्स की बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता डीएम उदिता सिंह ने की। बैठक में डीएम ने कहा कि टास्क फोर्स का मुख्य मकसद जिले में कोविड टीकाकरण की गति को बढ़ाना है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 12 Jun 2021 11:29 PM (IST) Updated:Sat, 12 Jun 2021 11:29 PM (IST)
टीकाकरण की सफलता को अधिकारी गांवों व शहर के वार्डों को लेंगे गोद
टीकाकरण की सफलता को अधिकारी गांवों व शहर के वार्डों को लेंगे गोद

जागरण संवाददाता, हाजीपुर :

कोविड टीकाकरण के शत प्रतिशत लक्ष्य को पूरा करने के उद्देश्य से समाहरणालय के सभागार में शनिवार को जिला कम्युनिकेशन टास्क फोर्स की बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता डीएम उदिता सिंह ने की। बैठक में डीएम ने कहा कि टास्क फोर्स का मुख्य मकसद जिले में कोविड टीकाकरण की गति को बढ़ाना है। टीकाकरण के प्रति समाज में फैली भ्रांतियों की जानकारी प्राप्त कर उनका निदान भी करना है। टीकाकरण के कार्य में गति लाई जाए, इसके लिए जिला एवं प्रखंड स्तर के पदाधिकारी गांव के एक वार्ड को गोद लें और वहां टीकाकरण के लिए लोगों को प्रेरित कर उनका टीकाकरण कराएं। यह प्रक्रिया तब तक दोहरायी जाए जब तक जिले में शत-प्रतिशत कोविड टीके का आच्छादन ना हो जाए। वहीं किसी भी तरह की समस्या होने पर उसका आंकलन कर निदान किया जाए। बैठक के दौरान डीएम ने यह भी कहा कि अब प्रतिदिन संध्याकालीन बैठक कर कोविड टीकाकरण से संबंधित निर्णय भी लिए जाएंगे। भ्रांतियों पर ध्यान नहीं देने की अपील बैठक के दौरान केयर के डीटीएल सुमित कुमार ने पावर प्वाइंट के माध्यम से मौजूद लोगों और मीडियाकर्मियों को समाज में टीकाकरण के प्रति मिथक और उनके तथ्यों से भी अवगत कराया। जिसमें एक बार कोरोना हो गया तो टीकाकरण कराने की जरूरत, टीका की सुरक्षा, टीकाकरण के दोनों डोज के बीच लंबे समय और टीकाकरण के बाद कोविड अनुरूप पालन के प्रति समाज में फैले मिथक के सही और स्पष्ट तथ्यों को सामने रखा। सुमित कुमार ने बताया कि किसी भी प्रकार के टीके के लिए हल्के बुखार, इंजेक्शन की जगह पर दर्द, शरीर में दर्द जैसे लक्षण दिख सकते हैं। यह प्रभाव या तो स्वत: खत्म हो जाते हैं या लक्षण आधारित दवाओं के सेवन से यह तुरंत ही खत्म हो जाते हैं। एक बार वैक्सीन देने पर 12 हफ्ते तक इम्युन सिस्टम बना रहता है। इसलिए दोनों ही डोज के बीच इतने दिन का अंतर रखा गया है।

मीडिया से लोगों को जागरूक करने का अनुरोध

बैठक के दौरान डीएम ने मीडियाकर्मियों से कहा कि वे कोविड टीकाकरण के प्रति लोगों को अधिक से अधिक जागरूक करें और इसका व्यापक तौर पर प्रचार-प्रसार करें। कोविड चैंपियन की स्टोरी करें। टीकाकरण के प्रति फैले अफवाहों पर लोगों को सचेत करें। जिससे समाज में टीकाकरण के प्रति लोगों का विश्वास और कोविड के अनुरूप सही जानकारी मिल सके।

बैठक में शामिल अफसरों एवं लोगों ने दिए सुझाव बैठक के दौरान विभिन्न पदाधिकारियों और बैठक में शामिल लोगों ने जिलाधिकारी के समक्ष अलग-अलग सुझाव भी दिए। जिसमें पोस्ट कोविड से संबंधित तथा टीकाकरण सत्र पर ही टीका के बाद के लक्षण के बारे में बतलाने की बात कही गई। बैठक में आइएमए के हाजीपुर चैप्टर के सचिव डॉ. मधुसूदन ने कोविड वैक्सीन के तकनीकी पक्ष को उजागर करते हुए कहा कि यह पूरी तरह से सुरक्षित है। वहीं यूनिसेफ की मधुमिता ने कहा कि आशा और सेविका के स्तर पर वैक्सीनेशन को लेकर वार्ड क्षेत्र में लोगों को मोबिलाइज किया जा सकता है। डब्लूएचओ की डॉ. श्वेता राय ने कहा कि मिजल्स की सफलता को देखते हुए प्रत्येक गांव में कुछ प्रभावी व्यक्तियों के स्तर पर टीकाकरण पर जागरूक किया जा सकता है। डीपीएम मणिभूषण झा ने सुझाव दिया कि 18 प्लस के वैसे युवा जो किसी भी 45 प्लस के व्यक्ति को प्रेरित कर वैक्सीन के लिए लाता है, उसे ऑन द स्पॉट रजिस्ट्रेशन कर टीकाकृत किया जाएगा। अंजुमन फलाह उल मुस्लेमीन के नेयाज अहमद कासमी ने कहा कि प्रत्येक जुम्मे की नमाज में मस्जिदों से लोगों को टीकाकरण के लिए प्रेरित किया जाएगा। जिससे टीकाकरण में गति मिलेगी। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में किया जा रहा टीकाकरण शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में कोविड टीकाकरण के लिए अलग टीका एक्सप्रेस चलायी जा रही है। शहरी क्षेत्र में टीकाकरण सत्र से एक दिन पहले वहां माइकिग कर लोगों को मोबलाइज किया जा रहा है। डीएम ने कहा कि प्रखंड स्तर पर बीडीओ की अध्यक्षता में बैठक होगी जो टीकाकरण के दो या तीन दिन पहले से ही ग्रामीण क्षेत्रों में पीआरआइ मेंबर्स, ग्रामीण स्वास्थ्य चिकित्सक, जीविका और आशा के स्तर पर लोगों को मोबलाईज करेगी। टीकाकरण के बाद लोगों के स्वास्थ्य को फॉलो-अप भी किया जाएगा।

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