कोरोना की दूसरी लहर में सर्वाधिक हाइपरटेंशन व मधुमेह से लोग हुए ग्रसित
वैशाली। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र राजापाकर के परिसर में शुक्रवार को चिकित्सक एवं एएनएम को
वैशाली। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र राजापाकर के परिसर में शुक्रवार को चिकित्सक एवं एएनएम को विश्व स्वास्थ्य संगठन की राज्यस्तरीय चिकित्सक दल ने हाइपरटेंशन से बचाव तथा दवा से संबंधित एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया। प्रशिक्षण दे रहे डब्लूएचओ के कार्डियो वैस्कुलर हेल्थ आफिसर डा. जतिन कुमार ने बताया कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर में ज्यादातर हाइपरटेंशन एवं मधुमेह की बीमारी से ग्रसित लोग ही कोरोना का शिकार हुए हैं तथा उनकी मृत्यु हुई है। अब कोरोना की तीसरी लहर संभावित है। इसको देखते हुए हाइपरटेंशन रोगियों के बचाव तथा सरकार के स्तर पर इसकी दवा राज्य के सभी अस्पतालों एवं स्वास्थ्य केंद्रों पर उपलब्ध कराया गया है।
एक दिवसीय प्रशिक्षण के दौरान सीएचसी के सभी एएनएम को जानकारी देते हुए निर्देशित किया गया है कि अपने-अपने क्षेत्र से हाइपरटेंशन एवं मधुमेह रोगियों की सूची बनाएं तथा उन्हें अस्पताल में उपलब्ध दवा मुफ्त में लेकर सेवन करने के लिए प्रेरित करें। डाक्टर ठाकुर ने बताया कि सरकारी सभी अस्पतालों में बीपी एवं डायबिटीज की बेहतरीन दवा है। जो लोग बाहरी दवा अधिक पैसे में खरीद कर लेते हैं वे भी अस्पताल आकर इस दवा का सेवन करें। यह दवा पूरी तरह कारगर है।
नियमित दवा के सेवन तथा प्रतिमाह बीपी, शुगर आदि की जांच अस्पताल या स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर कराने की भी अपील की गई है। उन्होंने यह भी बताया कि हाइपरटेंशन सही रहने एवं शुगर लेवल ठीक रहने से कोरोना जैसे महामारी का भी असर कम होता है तथा मृत्यु दर भी कम होगा। इस मौके पर डा. रणवीर चौधरी, स्टेट नोडल आइसीडी, डा. ललित, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. राजेश कुमार, डा. गौरी शंकर, डा. एस चंद्रा, डा. अमरेश कुमार, डा. टीएन गुप्ता, एएनएम शोभा कुमारी, मीरा कुमारी, ललिता कुमारी, प्रमिला कुमारी सहित अनेक एएनएम ने प्रशिक्षण प्राप्त किया।