दर्शन एवं पूजन को बाबा हरिहरनाथ मंदिर सज-धजकर तैयार

कार्तिक पूर्णिमा स्नान को हरिहर क्षेत्र सोनपुर आने वाले श्रद्धालुओं के दर्शन पूजन व जलाभिषेक के लिए बाबा हरिहर नाथ मंदिर सजधज कर तैयार है। वहीं सुरक्षा तथा भीड़ नियंत्रण के मद्देनजर प्रशासनिक स्तर पर मंदिर से लेकर काली घाट व निचली सड़क के कुछ दूरी तक दोनों तरफ मजबूत बल्ले से बैरिकेडिग की गयी है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 29 Nov 2020 10:41 PM (IST) Updated:Sun, 29 Nov 2020 10:41 PM (IST)
दर्शन एवं पूजन को बाबा हरिहरनाथ मंदिर सज-धजकर तैयार
दर्शन एवं पूजन को बाबा हरिहरनाथ मंदिर सज-धजकर तैयार

संवाद सहयोगी, सोनपुर :

कार्तिक पूर्णिमा स्नान को हरिहर क्षेत्र सोनपुर आने वाले श्रद्धालुओं के दर्शन पूजन व जलाभिषेक के लिए बाबा हरिहर नाथ मंदिर सजधज कर तैयार है। वहीं सुरक्षा तथा भीड़ नियंत्रण के मद्देनजर प्रशासनिक स्तर पर मंदिर से लेकर काली घाट व निचली सड़क के कुछ दूरी तक दोनों तरफ मजबूत बल्ले से बैरिकेडिग की गयी है। सभी स्नान घाटों पर भी बैरिकेडिग है। अतिरिक्त पुलिस बल को भी मंगा लिया गया है । यहां के पावन नारायणी नदी तथा पहलेजाघाट धाम से होकर बहने वाली गंगा नदी में सुरक्षित स्नान व स्नानार्थियों की सही सलामत वापसी को लेकर प्रशासन सजग व मुस्तैद है। कार्तिक पूर्णिमा की पूर्व संध्या पर स्नानार्थियों का पहुंचना शुरू हो चुका था।

दूसरी ओर कारोना महामारी को लेकर भीड़ के संदर्भ में जारी सरकारी निर्देश के बीच सोनपुर मेला एरिया सुनसान पड़ा हुआ है। नखास के साथ-साथ स्थाई रूप से बने निजी मकानों के किराये की दुकानें भी खाली-खाली हैं। साल के दस महीने बंद रहने वाली ये दुकानें मेले के दौरान दो माह से अधिक तक गुलजार रहती थीं। नखास एरिया के मेला मार्ग के दोनों तरफ बनी इन दुकानों में जम्मू कश्मीर, मेरठ, हरियाणा, पंजाब, हरिद्वार, सहारनपुर तथा कानपुर आदि से आये व्यवसायी गर्म कपड़ों की दुकानें सजाते हैं। ठंड बढ़ते ही गर्म कपड़ों का कारोबार भी गरमाता चला जाता है। इस वर्ष उन दुकानों के किवाड़ पर कहीं धूल की मोटी परत जमी है, तो कहीं जंगली झांड-झंकार उगे हुए हुए हैं।

दूसरी ओर मेले के चिड़िया बाजार रोड में लोहा, दैनिक घरेलू उपयोग की वस्तुओं तथा लकड़ी बाजार जो सालों भर यहां लगा रहता है, वह लगा हुआ है । पशु बाजारों में वीरानी छायी हुई है। साधु गाछी स्थित कबीर आश्रमों में कबीर पंथ के साधु-संत पहुंच चुके हैं । बाबा हरिहर नाथ मंदिर में बिना मास्क किसी भी भक्त का प्रवेश वर्जित है। मंदिर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं। इधर कोरोना महामारी के भय ने कार्तिक पूर्णिमा स्नान के सारे उमंग व उत्साह पर पानी फेर दिया है। अन्यथा सोनपुर के जिन सडकों पर स्नान तिथि की पूर्व संध्या पर स्नानार्थियों की उमड़ती भीड़ से यातायात जाम हो जाता था और मेला ग्राउंड से मंदिर होते सभी स्नान घाटों पर तिल रखने की जगह नहीं मिलती थी, वहीं इस बार कम स्नानार्थी नजर आ रहे हैं। कार्तिक पूर्णिमा की पूर्व संध्या पर घाटों के समीप बड़ी संख्या में स्नानार्थियों की भीड़ लगी हुई है । एक अनुमान के मुताबिक लगभग 50 हजार लोग उत्तरी तथा दक्षिणी हाथी बाजार के बगीचे से लेकर घाटों व आसपास हैं। दूसरी ओर नखास के पूरब वाले मार्ग तथा गज ग्राह चौक से काली घाट जाने वाले सड़क की बगल में फरही,मुकुंदाना, सत्तू, कचरी-फुलौरी समेत अनेक प्रकार की फुटपाथी दुकानें लग गयी हैं ।

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