पंजाब नेशनल बैंक लूट मामले में चार अज्ञात अपराधियों प्राथमिकी दर्ज
गंगाब्रिज थाना क्षेत्र के सहदुल्लापुर गांव स्थित पंजाब नेशनल बैंक की शाखा के कर्मचारियों को बंधक बनाकर 19 लाख 35 हजार 550 रुपये की हुई लूट की प्राथमिकी गंगाब्रिज थाने में दर्ज की गई है। शाखा प्रबंधक राजेश कुमार ने चार अज्ञात लुटेरों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है।
जागरण संवाददाता, हाजीपुर :
गंगाब्रिज थाना क्षेत्र के सहदुल्लापुर गांव स्थित पंजाब नेशनल बैंक की शाखा के कर्मचारियों को बंधक बनाकर 19 लाख 35 हजार 550 रुपये की हुई लूट की प्राथमिकी गंगाब्रिज थाने में दर्ज की गई है। शाखा प्रबंधक राजेश कुमार ने चार अज्ञात लुटेरों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। हालांकि स्थानीय लोगों का कहना था कि अपराधी आठ की संख्या में थे। चार अपराधी बैंक में घुसे थे जबकि बाहर चार अपराधी सड़क पर नजर रखे हुए थे। तीन बाइकों पर आए अपराधी बैंक लूट के बाद आराम से दक्षिण की ओर दिवान टोक तेरसिया की ओर निकल गए थे।
मालूम हो कि सोमवार की दोपहर करीब तीन बजे अपराधियों ने पीएनबी की इस शाखा से हथियार के बल पर 19 लाख 35 हजार 550 रुपये लूट लिए थे। महज दस-पंद्रह मिनट में उन्होंने लूट की इस बड़ी वारदात को अंजाम दे दिया था। प्राथमिकी में बैंक मैनेजर ने कहा है कि चार अपराधियों में एक बैंक के गेट पर खड़ा रह गया तथा तीन अपराधी अंदर आ गए। चारों मास्क पहने हुए थे। कद-काठी से चारों की उम्र 20-22 वर्ष के करीब लग रही थी। अंदर आए तीन अपराधियों ने पिस्टल निकालकर सभी बैंक कर्मी और वहां मौजूद ग्राहकों के हाथ ऊपर करा दिए। सभी को एक प्रकार से बंधक बना लिया। जैसे ही बैंक के गार्ड मुनीलाल राय ने अपनी बंदूक उठानी चाही कि एक अपराधी ने पिस्टल की बट से उसके सिर पर प्रहार कर बुरी तरह जख्मी कर दिया। उसके बाद उन्लोगों ने रुपये लूट लिए। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची और गार्ड के सिर के गिरे खून के नमूने एकत्र किए और उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल भेज दिया।
इधर लूट की वारदात में शामिल अपराधियों को दबोचने के लिए एसपी ने बीते सोमवार को ही एसआइटी का गठन किया था। टीम में सदर एसडीपीओ राघव दयाल और डीआइयू के सदस्य शामिल हैं। पुलिस अपराधियों के संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। पड़ोसी जिलों की पुलिस से भी संपर्क किया गया है। हालांकि मंगलवार की शाम तक पुलिस को इस लूट मामले में कोई उपलब्धि हासिल नहीं हुई थी। एसडीपीओ राघव दयाल ने पूछे जाने पर जागरण को बताया कि अपराधियों को पकड़ने के लिए लगातार प्रयास जारी है, लेकिन अभी सफलता नहीं मिली है।