नदी में उफान एवं लगातार हो रही बारिश से नदी किनारे बसे घरों में घुसा पानी

वैशाली। वाया तथा सहायक नदी में उफान तथा लगातार हो रही बारिश से नदी किनारे बसे घरों मे

By JagranEdited By: Publish:Mon, 02 Aug 2021 11:28 PM (IST) Updated:Mon, 02 Aug 2021 11:28 PM (IST)
नदी में उफान एवं लगातार हो रही बारिश से नदी किनारे बसे घरों में घुसा पानी
नदी में उफान एवं लगातार हो रही बारिश से नदी किनारे बसे घरों में घुसा पानी

वैशाली। वाया तथा सहायक नदी में उफान तथा लगातार हो रही बारिश से नदी किनारे बसे घरों में पानी घुस गया है। जतकौली घाट से लेकर मौना तक वाया नदी के दोनों छोड़ के करीब आधा दर्जन टोला में पानी प्रवेश कर चुका है। नदियों के लगातार बढ़ते जलस्तर से क्षेत्र में एक बार फिर घोषित बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। प्रखंड क्षेत्र के सभी चंवर पानी से लबालब भर चुके हैं। चंवर की फसलें पूरी तरह नष्ट हो चुकी है। ऊपरी जमीन में लगी अधिकांश सब्जियों की फसल लगातार बारिश के कारण सुख गई है। बारिश की पानी से क्षेत्र के 60 प्रतिशत भूभाग जलमग्न हो गया है। वहीं रविवार की रात हुई मूसलाधार बारिश से अचानक नदी के जलस्तर में काफी वृद्धि हुई है। दोनों नदियों के जलस्तर में वृद्धि से साइन, करनेजी, चकगुलामुद्दीन एवं जारंग रामपुर पंचायत के कई वार्डो में पानी घुस गया है। सिहमा कंठ महादलित टोला में भी वाया नदी का कहर जारी है। टोला के डेढ़ दर्जन से अधिक घरों में घुटना भर पानी घुस चुका है। पीड़ित परिवार घर छोड़ उंची जगहों पर शरण ले चुके हैं। करनेजी पंचायत के बिदेशर पट्टी में बांध की सुरक्षा को लेकर लोग रतजगा कर रहे हैं। उक्त टोला में बांध निर्माण में भी अनियमितता की बात कही जा रही है। संवेदक आधा-अधूरा बांध का निर्माण ही किया है। कई जगहों पर बांध का निर्माण या मरम्मत भी नहीं की गई है। गौरतलब हो कि करीब एक माह पूर्व डीएम उदिता सिंह के साथ वैशाली के विधायक सिद्धार्थ पटेल ने बांध का निरीक्षण किया था। आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए गए थे पर सबके बावजूद हाल यह है कि लोग अपने रहमोकरम पर आंसू बहाने को मजबूर हैं। वहीं इलाके के लोग बाढ़ के संभावित खतरे से सशंकित हैं।

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