भगवानपुर थाने से भाग निकला अपराधी अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर

वैशाली भगवानपुर थाने से बीते बुधवार की दोपहर भाग निकला अपराधी विशाल राय अभी भी पुलिस की गिरफ्त में नहीं आया है। हालांकि उसे पकड़ने के लिए पुलिस की कई टीमों को लगाया गया है। उसके सभी संभावित ठिकानों पर पुलिस नजर रख रही है। विशाल राय नगर थाना क्षेत्र के चिकनौटा के सुनील राय का पुत्र है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 13 Dec 2019 12:07 AM (IST) Updated:Fri, 13 Dec 2019 12:07 AM (IST)
भगवानपुर थाने से भाग निकला अपराधी अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर
भगवानपुर थाने से भाग निकला अपराधी अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर

वैशाली :

भगवानपुर थाने से बीते बुधवार की दोपहर भाग निकला अपराधी विशाल राय अभी भी पुलिस की गिरफ्त में नहीं आया है। हालांकि उसे पकड़ने के लिए पुलिस की कई टीमों को लगाया गया है। उसके सभी संभावित ठिकानों पर पुलिस नजर रख रही है। विशाल राय नगर थाना क्षेत्र के चिकनौटा के सुनील राय का पुत्र है। पुलिस के अनुसार उसे एक अन्य महनार के सुरेन्द्र राय के पुत्र राजेश राय के साथ कट्टा के बुधवार को ही मुर्गिया चौक से गिरफ्तार किया गया था। विशाल राय की फरारी के मामले में बुधवार की आधी रात के बाद लालगंज के पुलिस इंस्पेक्टर ने उनदोनो चौकीदार राजेश कुमार और अमीर कुमार को गिरफ्तार कर लिया और लालगंज लेकर चले गए। दोनो चौकीदारों की गिरफ्तारी की खबर गुरुवार की सुबह फैलते ही अन्य चौकीदारों में आक्रोश फैल गया और वे भगवानपुर थाने के गेट पर धरने पर बैठ गए। धरने पर बैठे चौकीदारों ने पुलिस पदाधिकारियों के उस दावे की हवा निकाल दी, जिसमें कहा गया था कि विशाल राय और राजेश राय की गिरफ्तारी कट्टा के साथ बुधवार को हुई थी। चौकीदारों ने कहा कि दोनो की गिरफ्तारी सोना लूट मामले में हुई थी और दोनो को हाजीपुर की पुलिस तीन दिन पहले भगवानपुर थाने में रख गई थी। दोनो को हाजत में न रख वायरलेस रूम में रखा गया था।

धरने पर बैठे चौकीदारों का कहना था कि एक चौकीदार की ड्यूटी वारलेस पर लगाई गई थी जबकि दूसरे के जिम्मे दो अपराधी थे। अगर दोनो अपराधियों को हाजत में रखा जाता तो वे भाग नहीं सकते थे। उन्होंने आरोप लगाया कि सोना लूटकांड के अपराधी के भागने के मामले अब यहां पुलिस पदाधिकारी चौकीदारों पर ही हाजत से भगाने का आरोप लगा प्राथमिकी दर्ज करने की तैयारी कर रहे हैं। हालांकि बाद में भगवानपुर थानाध्यक्ष चंद्रभूषण शुक्ला धरने पर बैठे चौकीदारों को समझाकर लालगंज ले गए जहां वैशाली, बेलसर और लालगंज के भी चौकीदार जुट गए। बताया गया कि बांड भरवाकर दोनो गिरफ्तार चौकीदार राजेश कुमार और अमीर कुमार को छोड़ दिया गया। अपराधी के भागने की खबर सुन भागे-भागे थाने पर पहुंचे थे थानाध्यक्ष

भगवानपुर थाना से सोना लूट के अपराधी के भागने की चर्चा से पूरे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया था। बुधवार की दोपहर भगवानपुर थानाध्यक्ष चंद्रभूषण शुक्ला एवं अंचलाधिकारी नंदकिशोर प्रसाद निराला पैक्स चुनाव को लेकर भगवानपुर प्रखंड के रघु असोई बूथ का निरीक्षण करने पहुंचे थे। थानाध्यक्ष के मोबाइल पर थाना से एकाएक फोन आया कि सोना लूट का अपराधी भाग गए। यह सुनते ही थानाध्यक्ष एवं अंचलाधिकारी आनन-फानन में थाना पहुंचे। थाना पहुंचते ही थानाध्यक्ष ने घटना की सूचना वरीय पदाधिकारियों को दी। थोड़ी ही देर में मुजफ्फरपुर से आइजी गणेश कुमार पहुंचे तथा थानाध्यक्ष से घटना की जानकारी लेकर चले गए। उनके जाने के कुछ देर बाद वैशाली एसपी जगुनाथ जलारेड्डी भी पहुंच गए। थोड़ी देर में डीएसपी सदर राघव दयाल भी पहुंचे। बाद में डीएसपी राघव दयाल की ओर से मीडिया को बताया गया कि भागा हुआ अपराधी सोना लूट का नहीं बल्कि एक अन्य के साथ कट्टा लिए मुर्गिया चौक से पकड़ा गया था।

तीन दिन से थाने के सिरिस्ता में बंद थे तीन अपराधी तीन दिन से भगवानपुर थाने के सिरिस्ता में तीन अपराधी बंद थे। वह भी बगैर हथकड़ी के। हैरान करने वाली बात यह कि तीन अपराधियों को दो चौकीदारों के भरोसे छोड़ दिया गया। कोई संतरी ड्यूटी भी नहीं थी। चौकीदार यूनियन के वैशाली जिला अध्यक्ष पवन कुमार ने बताया कि चौकीदारों को किसी आरोपित की देख रेख करने का अधिकार नहीं है और ना ही थाना पर ड्यूटी देने का।

बुधवार को जब अपराधी के भाग जाने के बाद पुलिस के वरीय पदाधिकारी इसी कोशिश में रहे कि सोना लूट कांड मामले में पकड़े गए अपराधी के भागने की खबर मीडिया में नहीं फैले, लेकिन देर रात्रि में दो चौकीदारों की गिरफ्तारी के बाद गुरुवार की सुबह चौकीदारों ने पुलिस प्रशासन के विरुद्ध मोर्चा संभालते हुए भगवानपुर थाना के गेट पर धरना प्रदर्शन करते हुए न्याय की गुहार लगाई और साफ कहा कि भाग निकला अपराधी सोना लूटकांड में पकड़ा गया था और हाजीपुर की पुलिस उसे भगवानपुर थाने पर रख गई थी। जब बुधवार अपराधी लघुशंका के लिए निकला तो उस समय मात्र दो चौकीदार थे। राजेश कुमार नामक एक चौकीदार राजेश को अपराधियों ने भागने के क्रम में सिरिस्ता में बंद कर दिया और बाहर से गेट लगा दिया। जब चौकीदार ने दरवाजे को खोलने का प्रयास किया तो अपराधियों ने उसके हाथ के पंजे को मरोड़ दिया। दूसरे चौकीदार अमीर कुमार ने जब इस घटना को देखा तो दूसरे अपराधी राजेश राय को खदेड़ कर दबोच लिया। धरने पर बैठे चौकीदारों का कहना था साहस का परिचय देने वाले चौकीदारों को पुरस्कृत करने के बजाय उन्हें गिरफ्तार करना न्यायोचित नहीं है।

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