हाजीपुर में पांच दिवसीय विभूति नाट्य उत्सव का रंगारंग आगाज

सृष्टि बाल युवा एवं महिला उत्थान मंडल की प्रस्तुति पांच दिवसीय विभूति नाट्य उत्सव का आगाज हो गया। मंच पर कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति के जरिए ना सिर्फ लोगों का मन मोह लिया बल्कि समाज को संदेश देने का भी काम किया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 11 Sep 2021 11:28 PM (IST) Updated:Sat, 11 Sep 2021 11:28 PM (IST)
हाजीपुर में पांच दिवसीय विभूति नाट्य उत्सव का रंगारंग आगाज
हाजीपुर में पांच दिवसीय विभूति नाट्य उत्सव का रंगारंग आगाज

जागरण संवाददाता, हाजीपुर :

सृष्टि बाल, युवा एवं महिला उत्थान मंडल की प्रस्तुति पांच दिवसीय विभूति नाट्य उत्सव का आगाज हो गया। मंच पर कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति के जरिए ना सिर्फ लोगों का मन मोह लिया बल्कि समाज को संदेश देने का भी काम किया। सोनपुर विधायक प्रो. रामानुज प्रसाद ने दीप प्रज्वलित कर पांच दिवसीय उत्सव का शुभारंभ किया। समारोह के पहले दिन विवेकानंद नाटक का मंचन किया गया। जिसके लेखक एवं निर्देशक ज्ञानेश गौतम हैं।

नाटक में विवेकानंद की जीवन यात्रा एवं नरेंद्र से उनके विवेकानंद बनने की कथा की जीवंत प्रस्तुति कलाकारों ने की। यह नाटक विवेकानंद के समाज को एक करने और विदेशों में भी अपने ज्ञान के झंडे को बुलंद करने की महागाथा है। हिदू धर्म को एक नया आयाम और वैज्ञानिक ²ष्टिकोण जो विवेकानंद ने दिया उसकी कहानी नाटक के माध्यम से कहने की कोशिश कलाकारों ने की है। नाटक में युवा रंगकर्मी प्रकाश गौतम ने विवेकानंद की भूमिका को जीवंत कर दिया। उन्होंने अपने सशक्त अभिनय से दर्शकों को बांधे रखा। उन्होंने विवेकानंद के किरदार को आत्मसात कर हर ²श्य के साथ अंतिम ²श्य में दर्शकों को आंखों को नम कर दिया।

वहीं वरिष्ठ रंगकर्मी प्रफुल्ल कुमार ने रामकृष्ण परमहंस के किरदार में जान डाल दिया। निर्भय, आयुष, अनुप्रिया दुबे और शिवानी कुमारी ने अपने सशक्त अभिनय से भूमिका के साथ न्याय किया। अन्य भूमिकाओं में तरुण कुमार, विकास कुमार, हर्ष राज, नित्य राजपुरोहित, शुभम आनंद और नीतीश कुमार ने नाटक एवं गीत को बरकरार रखा। प्रकाश परिकल्पना राकेश रंजन, रुप-सज्जा संजय दास एवं वस्त्र विन्यास नीतू कुमारी का था जो उस काल के अनुरूप रहा।

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