राघोपुर में आंगनबाड़ी केंद्रों का हाल बुरा
राघोपुर प्रखंड क्षेत्र के लगभग सभी आंगनबाड़ी केंद्रों का हाल बुरा है।
वैशाली । राघोपुर प्रखंड क्षेत्र के लगभग सभी आंगनबाड़ी केंद्रों का हाल बुरा है। प्रखंड के 180 केंद्रों का संचालन सुचारु रूप से नहीं हो रहा है। प्रखंड के लगभग आंगनबाड़ी केंद्र बंद है। आंगनबाड़ी केंद्रों पर दी जाने सुविधाओं की फेहरिस्त तो लंबी है ¨कतु हकीकत ठीक इससे उलट है। जमीन के अभाव में अधिकांश आंगनबाड़ी केंद्र भवनहीन हैं।
मालूम हो कि प्रखंड में लगभग 20 आंगनबाड़ी केंद्र बनकर तैयार हैं लेकिन उन भवनों में भी आंगनबाड़ी केंद्र संचालित नहीं किए जा रहे हैं। भवन बनने के बाद भी आंगनबाड़ी केंद्रों को निजी स्थान पर संचालित कर सरकार से पैसा लिया जा रहा है। मानक के अनुसार प्रत्येक केंद्र पर 40 बच्चे को नामांकित कर सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जा रही सुविधाएं दी जानी है। आंगनबाड़ी केंद्रों से मिल रही शिकायतों पर प्रखंड के जनप्रतिनिधियों ने कई केंद्रों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान केंद्रों से जुड़े बच्चों के अभिभावक व टीएचआर पाने वाली महिलाओं ने जिस सच से अवगत कराया वह सांगठनिक रूप से लूट और लचर व्यवस्था की पोल खोलता है। आंगनबाड़ी केंद्रों के निरीक्षण के दौरान काफी गड़बड़ी पाई गई। अधिकांश केंद्रों पर निर्धारित संख्या के बजाय काफी कम छात्रों की उपस्थिति हो रही है। प्रखंड के कई आंगनबाड़ी केंद्र तो खुलते ही नहीं हैं।
यह भी जानकारी मिली है कि कई आंगनबाड़ी केंद्र की सेविका पटना या हाजीपुर आदि जगहों पर रहकर अपना केंद्र संचालित करती है। इस संबंध में जानकारी लेने के लिए राघोपुर की सीडीपीओ कुमारी देवमुनि से मोबाइल पर संपर्क किया गया तो लगातार ¨रग होने के बावजूद उन्होंने मोबाइल नहीं उठाया।