कार्तिक पूर्णिमा स्नान को हरि व हर की पावन भूमि पर उमड़ी आस्था की भीड़

रवि शंकर शुक्ला हाजीपुर हरि और हर की पावन भूमि हरिहरक्षेत्र की पावन भूमि पर का

By JagranEdited By: Publish:Thu, 18 Nov 2021 11:22 PM (IST) Updated:Thu, 18 Nov 2021 11:22 PM (IST)
कार्तिक पूर्णिमा स्नान को हरि व हर की पावन भूमि पर उमड़ी आस्था की भीड़
कार्तिक पूर्णिमा स्नान को हरि व हर की पावन भूमि पर उमड़ी आस्था की भीड़

रवि शंकर शुक्ला, हाजीपुर :

हरि और हर की पावन भूमि हरिहरक्षेत्र की पावन भूमि पर कार्तिक पूर्णिमा पर स्नान को लेकर श्रद्धालुओं का जुटान शुरू हो गया है। गुरुवार की सुबह से ही श्रद्धालुओं के जत्थे का आना शुरू हो गया है। इधर, हाजीपुर एवं सोनपुर के तमाम मठ-मंदिरों एवं नदी घाटों पर साधु-संतों ने डेरा डाल लिया है। भजन-कीर्तन से पूरा हरिहरक्षेत्र भक्तिमय हो गया है। गंगा और गंडक नदी के विभिन्न घाटों पर गुरुवार की देर रात से ही पवित्र स्नान शुरू हो गया है। शुक्रवार को पूरे दिन श्रद्धालु स्नान करेंगे। श्रद्धालु पवित्र स्नान कर पूजा-अर्चना के लिए सोनपुर के प्रसिद्ध हरिहरनाथ एवं हाजीपुर के पातालेश्वरनाथ मंदिर समेत तमाम मठ-मंदिरों की ओर बढ़ने लगे हैं। मंदिरों में भक्तों की अपार भीड़ को लेकर हर बार की तरह ही इस बार भी सुरक्षा के खास इंतजाम किए गए हैं। घाटों पर शुभ संस्कार हो रहे हैं। हाजीपुर शहर में वैशाली जिला प्रशासन ने डीएम उदिता सिंह एवं उधर सोनपुर में सारण जिला प्रशासन ने भी श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर मोर्चा संभाल लिया है। घाटों के अलावा सभी मार्ग एवं चौक-चौराहों पर मजिस्ट्रेट, पुलिस पदाधिकारी एवं भारी संख्या में पुरुष एवं महिला जवानों ने मोर्चा संभाल लिया है। कार्तिक पूर्णिमा पर पहुंचने वाले श्रद्धालु पवित्र स्नान एवं पूजा-अर्चना के बाद सोनपुर मेला का भ्रमण करते हैं। हालांकि, कोरोना को लेकर जारी गाइडलाइन के आलोक में लगातार दूसरे वर्ष इस बार भी विश्व विख्यात हरिहरक्षेत्र सोनपुर मेला नहीं लगा है। श्रद्धालु बाबा हरिहरनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना कर वापस अपने घर लौट रहे हैं।

जीवन के साथ मोक्ष की भी कामना कर रहे हैं श्रद्धालु

हरिहरक्षेत्र की पावन भूमि पर नए जीवन की कामना के साथ श्रद्धालु मोक्ष की भी कामना को लेकर नारायणी तट पर पवित्र स्नान को प्रत्येक वर्ष कार्तिक पूर्णिमा को पहुंचते हैं। हरिहर क्षेत्र का धार्मिक आख्यान है कि यहां कोनहारा घाट के समीप गंगा-गंडक संगम में गज और ग्राह के बीच युद्ध हुआ था। काफी बलवान होने के बावजूद पानी में गज कमजोर पड़ गया, तभी गंगा नदी में उसे एक कमल का फूल दिखाई पड़ा। गज ने अपने सूंढ में कमल का फूल और गंगाजल लेकर हरि की आराधना की। भक्त की पुकार पर स्वयं हरि पधारें और ग्राह का वध कर गज की प्राणरक्षा की। प्रभु के हाथों मरकर जहां ग्राह को मोक्ष की प्राप्ति हो गई वहीं गज को नया जीवन मिला। मोक्ष एवं नये जीवन की प्राप्ति की कामना को लेकर हर वर्ष कार्तिक पूर्णिमा पर लाखों की संख्या में लोग हरिहरक्षेत्र सोनपुर व हाजीपुर के तमाम घाटों पर स्नान करते हैं।

घाटों की ओर तेजी से बढ़ने लगा है भक्तों का रेला

कार्तिक पूर्णिमा स्नान शुक्रवार 19 नवंबर को है। यहां हर बार की तरह ही इस बार भी गांव-देहात से कार्तिक पूर्णिमा पर पवित्र स्नान को भक्तों का रेला एक दिन पहले ही घाटों की ओर बढ़ने लगा है। गुरुवार को जैसे-जैसे शाम हो रही है, लोगों की तादाद बढ़ती जा रही है। पूरे हरिहर क्षेत्र में विहंगम ²श्य दिखने लगा है। महिलाएं, पुरुष, युवा, बच्चे सभी सामानों के साथ घाटों की ओर बढ़ने लगे हैं।

बाबा हरिहरनाथ एवं पतालेश्वरनाथ में श्रद्धालु करते पूजा-अर्चना

हरिहरक्षेत्र के तमाम घाटों पर बुधवार की देर रात से ही पवित्र स्नान शुरू हो गया है। स्नान कर पूजा-अर्चना के लिए श्रद्धालुओं का जत्था सोनपुर के प्रसिद्ध बाबा हरिहरनाथ मंदिर, हाजीपुर के पतालेश्वरनाथ मंदिर समेत तमाम मठ-मंदिरों की ओर बढ़ने लगा है। मंदिरों में भक्तों की अपार भीड़ को लेकर सुरक्षा के खास इंतजाम किए गए हैं। कार्तिक पूर्णिमा पर पहुंचने वाले श्रद्धालु पवित्र स्नान एवं पूजा-अर्चना के बाद सोनपुर मेला का भ्रमण करते हैं। हालांकि, इस बार सरकारी स्तर पर सोनपुर मेला नहीं लग रहा है। बावजूद धर्म एवं आस्था से जुड़े मेले में आध्यात्मिक मेला लग ही गया है। मेला क्षेत्र में काफी संख्या में दुकानें सज गई है।

घाटों पर भूत झाड़ने का भी चल रहा खेल

आस्था से जुड़े इस पवित्र मौके पर कई ऐसे ²श्य घाटों पर दिख रहे हैं जो आज के युग में लोगों को अचंभित कर रहा है। घाटों पर भूत झाड़ने का खेल चल रहा है। शाम ढलते ही घाटों पर सार्वजनिक रूप से यह खेल शुरू हो गया जो अनवरत जारी है। गांवों से ओझा बड़ी तादाद में यहां पहुंचे हैं और गंगा-गंडक संगम में भूत झाड़ रहे हैं। अधिकतर अशिक्षित महिलाएं ओझा-गुणी के चक्कर में देखी जा रही हैं।

मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में पुलिस अफसरों की तैनाती

कार्तिक पूर्णिमा स्नान को लेकर श्रद्धालुओं के आने को लेकर वैशाली जिला प्रशासन ने मोर्चा संभाल लिया है। डीएम उदिता सिंह एवं पुलिस कप्तान मनीष के नेतृत्व में प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी मुस्तैद हैं। पूरे शहर में दर्जनों जगहों पर बैरिकेडिग की गई है। वहीं घाटों पर सुरक्षा के खास इंतजाम किए गए हैं। सभी घाटों पर मजिस्ट्रेट एवं बल की तैनाती के साथ मेडिकल टीम की तैनाती की गई है। प्रत्येक गतिविधि पर पैनी नजर रखी जा रही है।

गंगा एवं गंडक नदी में निजी नावों के परिचालन पर प्रतिबंध

कार्तिक पूर्णिमा स्नान के दौरान दुर्घटना की आशंका को देखते हुए जिला प्रशासन ने हाजीपुर में गंगा एवं गंडक नदी में निजी नाव के परिचालन पर रोक लगा दी है। डीएम उदिता सिंह एवं एसपी मनीष के निर्देश के आलोक में हाजीपुर सदर अनुमंडल दंडाधिकारी अरुण कुमार ने 20 दिसंबर की सुबह तक सभी घाटों पर निजी नाव के परिचालन पर प्रतिबंध लगा दिया है। कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु स्नान करते हैं। इस दौरान प्रचार-प्रसार के बहाने निजी नाव का इस्तेमाल किया जाता है। इससे श्रद्धालुओं के स्नान करने एवं विधि-व्यवस्था संधारण में कठिनाई होती है। इतना ही नहीं इंजनचालित नावों से भाड़ा के उद्देश्य से फेरी लगाकर लोगों को इस पार से उस पार कराया जाता है। वहीं भाड़ा कमाने की होड़ में नावों पर क्षमता से अधिक लोगों को बैठा लिया जाता है और अनियंत्रित गति से नावों का परिचालन किया जाता है, जिससे दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। जीवन सुरक्षा के मद्देनजर सभी घाटों पर सभी तरह के निजी नाव का परिचालन सभी घाटों पर प्रतिबंधित रहेगा।

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