हौसले का सलाम::::: कोरोना की चुनौतियों से दो-दो हाथ कर रहा प्रवेश का बुलंद हौसला
जागरण संवाददाता सुपौल कोरोना की दूसरी लहर हर तरफ तबाही मचाई है और इस बीच कोरोना
जागरण संवाददाता, सुपौल: कोरोना की दूसरी लहर हर तरफ तबाही मचाई है और इस बीच कोरोना योद्धाओं के जज्बे में कोई कमी नहीं आई है। कोरोना की जंग में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, सुपौल में पदस्थापित लैब टेक्नीशियन प्रवेश प्रिस एक ऐसे योद्धा हैं जो हर पल अपनी जान पर खेल रहे हैं। उनका जुनून देख ऐसा प्रतीत होता है कि उसने महामारी की चुनौतियों से लड़ने का बीड़ा उठा लिया है। एक तरह से कहा जाय कि प्रवेश कोरोना की लड़ाई में सबसे जोखिम भरे कार्य कर रहे हैं। वे संक्रमितों का एंटीजन जांच करते हैं और जांच के दौरान मरीज व उनके बीच दूरी नहीं के बराबर रहती है। ऐसे में उन्हें खुद के संक्रमित होने का ज्यादा खतरा रहता है। हालांकि वे इस कार्य को अंजाम कोरोना गाइड लाइन के तहत पीपीई किट पहनकर देते हैं। बावजूद इसके उसे काफी सतर्क रहना पड़ता है। थोड़ी सी भूल उनके लिए लेने के देने पड़ सकते हैं। वे एंटीजन जांच करने के अलावा आरटीपीसीआर सैंपल भी लेते हैं। प्रवेश का कहना है कि पूरे विश्व पर कोरोना रूपी संकट का बादल छाया हुआ है और ऐसे समय में कोई अपनी जिम्मेवारी से मुंह नहीं मोड़ सकता। जिला मुख्यालय के डिग्री कॉलेज में कोरोना संदिग्धों की जांच करते हैं। यहां काम खत्म होने के बाद क्षेत्र में भी जांच के लिए जाना पड़ता है। कहा कि शुरुआती समय में जब जांच कर रहे थे तो डर लगता था लेकिन समय के साथ-साथ यह डर अंदर से निकल गया। जांच के दौरान हर समय एक्टिव रहना पड़ता है। खुद के साथ परिवार वालों के संक्रमित होने का खतरा बना रहता है। हर किसी को दो गज दूरी और मास्क के नियम को पालन करना चाहिए। समय रहते यह संकट भी टल जाएगा। जांच के दौरान प्रवेश के बुलंद हौसले को देखते बनता है। वे पूरे समर्पण के साथ अपनी सेवाएं दे रहे हैं।