विधि-विधान से हो रही मां की पूजा-अर्चना, सुख-समृद्धि की कामना

सुपौल । थाना क्षेत्र के विभिन्न जगहों पर शारदीय नवरात्र उल्लास पूर्ण एवं विधि-विधान पूर्वक मनाया

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Oct 2020 05:20 PM (IST) Updated:Tue, 20 Oct 2020 05:20 PM (IST)
विधि-विधान से हो रही मां की पूजा-अर्चना, सुख-समृद्धि की कामना
विधि-विधान से हो रही मां की पूजा-अर्चना, सुख-समृद्धि की कामना

सुपौल । थाना क्षेत्र के विभिन्न जगहों पर शारदीय नवरात्र उल्लास पूर्ण एवं विधि-विधान पूर्वक मनाया जा रहा है। मंगलवार को मां भगवती के चतुर्थ स्वरूप मां कुष्मांडा देवी की पूजा-अर्चना मंदिरों में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ संपन्न हुई। वहीं मंदिरों में देर संध्या आरती एवं पुष्पांजलि में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है। जिसको लेकर पूजा समितियों के तरफ से सरकारी दिशा-निर्देश के मद्देनजर कई सुविधाएं दी गई है। श्रद्धालुओं को सोशल डिस्टेंसिग के साथ मंदिर प्रांगण में प्रवेश दिया जा रहा। वहीं बिना मास्क पहने श्रद्धालुओं को पूजा समितियों की तरफ से मास्क उपलब्ध कराई जा रही है। लक्ष्मीनियां दुर्गा मंदिर के पंडित ललित नारायण झा ने बताया कि मां कुष्मांडा तेज की देवी हैं। इन्हीं के तेज और प्रभाव से दसो दिशाओं को प्रकाश मिलता है। सारे ब्रह्मांड की सभी वस्तुओं और प्राणियों में जो तेज है वह देवी कुष्मांडा की देन है। कुष्मांडा की उपासना से भक्तों के समस्त रोग-शोक नष्ट हो जाते हैं। इनकी आराधना से मनुष्य त्रिविध ताप से मुक्त होता है। मां सदैव अपने भक्तों पर कृपा ²ष्टि रखती है। इनकी पूजा आराधना से हृदय को शांति एवं लक्ष्मी की प्राप्ति होती हैं। उन्होंने बताया कि बुधवार को मां भगवती के पांचवें स्वरूप मां स्कंदमाता की पूजा होगी। इनकी उपासना से भक्तों की सारी इच्छाएं पूर्ण होती है। भक्तों को मोक्ष मिलता है। सूर्य मंडल की अधिष्ठात्री देवी होने के कारण इनके उपासक अलौकिक तेज और कांति में हो जाते हैं और उनकी राह में कोई कठिनाई नहीं रहती। वहीं क्षेत्र के मंदिरों में स्थानीय प्रशासन के द्वारा भी नजर रखी जा रही है।

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