फालोअप:::::दो-दो मौत से सदमे में परिवार, गांव में पसरा सन्नाटा
थाना क्षेत्र के राधानगर निवासी अनिता देवी की सड़क दुर्घटना में हुई मौत के दो दिन बाद उनकी 60 वर्षीय सास जानकी देवी का शव एक तालाब से बरामद होने से न केवल परिवार सदमे में है बल्कि इलाके
सुपौल। थाना क्षेत्र के राधानगर निवासी अनिता देवी की सड़क दुर्घटना में हुई मौत के दो दिन बाद उनकी 60 वर्षीय सास जानकी देवी का शव एक तालाब से बरामद होने से न केवल परिवार सदमे में है, बल्कि इलाके के लोग इस घटना से सहम गए हैं। घटना को लेकर तरह-तरह की अटकलों से चर्चा का बाजार गर्म है। लोगों का कहना है कि अगर राघोपुर पुलिस पूर्व में अनिता देवी के आवेदन एवं उसके रहस्यमय मौत के बाद स्वजन द्वारा दिए गए आवेदन को हल्के में नहीं लेता तो शायद आज का सीन कुछ और होता। मालूम हो कि गत दिनों राधानगर निवासी अनिता देवी को किशनपुर थाना क्षेत्र के सुखासन के पास एक वाहन ने ठोकर मार दी थी। इस दौरान इलाज में जाने के क्रम में उनकी मौत हो गई, जिसके बाद सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों ने राधानगर दुर्गा मंदिर के सामने राघोपुर-हुलास पथ को घंटों जामकर प्रशासन के विरुद्ध नारेबाजी की थी। उक्त मामले में स्वजन का आरोप था कि जमीन विवाद को लेकर कुछ लोगों द्वारा बराबर अनिता देवी के साथ मारपीट की जाती थी, जिसे लेकर थाना कांड संख्या 95/20 व 227/20 दर्ज कराया गया था। सड़क दुर्घटना भी उन्हीं लोगों की साजिश हो सकती है। स्वजन सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े थे। जिसमें पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर तत्काल मामला को शांत तो करा दिया। वहीं घटना को लेकर छानबीन करने के बदले राघोपुर पुलिस जाम में शामिल 30 से 40 व्यक्तियों पर भी मामला दर्ज करने से नहीं चूकी और अलसुबह एक और मौत की सूचना मिली। मृतक अनिता के सास का शव पानी में तैरता मिला। इस घटना को पुलिस की मनमर्जी कहिए या फिर मृतक के तीन नाबालिग की बदकिश्मती। स्वजनों का कहना है कि जिस दिन उनकी मां की मौत सड़क दुर्घटना में हुई थी उसी रात से उनकी दादी जानकी देवी भी गायब थी। बुधवार को जब सड़क जाम के दौरान राघोपुर थानाध्यक्ष को कहा गया कि जानकी देवी दो दिनों से गायब है तो थानाध्यक्ष ने कहा कि जानकी देवी ने ही थाना में आकर घटना की जानकारी दी। वह सुरक्षित है और हमलोगों के देखरेख में है। लेकिन अगले ही दिन उनका शव मिलने के कारण स्वजन अब पुलिस पर भी आरोप लगा रहे हैं। इधर दादी और मां की साया अपने पर से हटने को लेकर पीड़ित बच्चे का रो-रो कर बुरा हाल है। मृतक के पुत्री मोनिका, पुत्र जयकृष्ण व प्रियंका की चीत्कार से आस-पड़ोस के लोगों की आंखें नम हो रही है।