निरीक्षण के क्रम में खुला मिला कोचिग संस्थान, जमकर लगाई क्लास
कोरोना के बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर सरकार द्वारा जारी नये गाइडलाइन की अवहेलना कर
सुपौल। कोरोना के बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर सरकार द्वारा जारी नये गाइडलाइन की अवहेलना करने वाले निजी कोचिग सेंटर के संचालकों को प्रशासन ने बुधवार को जमकर क्लास लगाई है। इस संदर्भ में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी नंदकिशोर सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि गाइडलाइन के अनुरूप सभी निजी व सरकारी स्कूलों के साथ-साथ कोचिग संस्थानों में बच्चों के पठन-पाठन पर रोक है। बावजूद इसके उन्हें गुप्त सूचना मिली कि प्रखंड मुख्यालय में कुछ निजी कोचिग सेंटर के संचालक प्रात: कालीन समय में बच्चों को पढ़ाने का काम बिना किसी भय के धड़़ल्ले से कर रहे हैं। बीईओ ने आरडीओ के निर्देशानुसार पुलिस बल लेकर प्रखंड मुख्यालय में सरकारी नियमों को ताक पर रखकर ऐसे कोचिग चलाने वाले संचालकों के केन्द्र पर औचक निरीक्षण किया। जहां तीन कोचिग के संचालक बच्चों को पढ़ाते पकड़े गये। जबकि एक कोचिग के संचालक पदाधिकारी और पुलिस को देख दीवाल फांदकर फरार होने में सफल रहे। कोचिग में पढ़ रहे बच्चों को पदाधिकारी और पुलिस ने कोरोना संक्रमण की जानकारी देते हुए वर्तमान दौर में कोचिग पढ़ने न आने की चेतावनी देकर घर भेज दिया। बीईओ ने बताया कि पकड़े गये तीनों संचालकों को थाना लाया गया। जहां आगे से ऐसी गलती नहीं करने की चेतावनी देते हुए संकल्पपत्र भरवाकर छोड़ दिया गया। उन्होंने बताया कि प्रखंड क्षेत्र में दर्जनों कोचिग सेंटर चल रहे हैं। इनमें कुछ तो शिक्षा विभाग से रजिस्ट्रेशन करवा रखा है। लेकिन अधिकांश कोचिग सेंटर वगैर सरकारी रजिस्ट्रेशन के धडल्ले से से संचालित किया जा रहा है। न इनको सरकार के नियमों का डर है न कोरोना संक्रमण का। अवैध रूप से संचालित ऐसे संस्थाओं पर संक्रमणकाल के बाद कार्रवाई की जाएगी।