सादगी और पाकीजगी के साथ मनी बकरीद, घर पर ही पढ़ी गई नमाज
जागरण संवाददाता सुपौल कोरोना संक्रमण के बीच ईद-उल-अजहा (बकरीद) का त्योहार बुधवार को
जागरण संवाददाता, सुपौल: कोरोना संक्रमण के बीच ईद-उल-अजहा (बकरीद) का त्योहार बुधवार को संपूर्ण जिले में सादगी और पाकीजगी के साथ मनाया गया। इमारते शरिया फुलवारी शरीफ पटना एवं बिहार राज्य सुन्नी वक्फ बोर्ड पटना से जारी दिशा-निर्देश के आलोक में ईद-उल-अजहा की नमाज ईदगाह एवं मस्जिदों में प्रतिबंधित रही। जिले भर में मस्जिदों के इमाम की अगुवाई में सिर्फ चार-पांच लोगों के साथ शारीरिक दूरी का पालन करते हुए नमाज अदा की गई। शेष मुस्लिम धर्मावलंबियों ने अपने अपने घरों में ईद- उल- अजहा की नमाज अदा की। ईदगाह सुपौल के मोतवल्ली मु. वली आजम ने बताया कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए मुस्लिम धर्मावलंबियों से अपने-अपने घरों से ही ईद-उल-अजहा की नमाज अदा करने की अपील की गई थी। इसी आलोक में जिले भर में ईद-उल-अजहा का त्योहार शारीरिक दूरी का पालन करते हुए सौहार्दपूर्ण माहौल में मनाया गया। मुस्लिम धर्मावलंबियों ने बताया कि बकरीद त्याग और बलिदान का त्योहार है। यह त्योहार जरूरतमंदों के लिए ज्यादा से ज्यादा मदद की नसीहत देता है। मुबारकबाद एवं शुभकामनाएं देने का सिलसिला दिन भर संचार माध्यमों से चलता रहा। लोगों ने मोबाइल, वाट्सएप, एसएमएस आदि के माध्यम से एक दूसरे को ईद-उल-अजहा की मुबारकबाद दी। विधि व्यवस्था के मद्देनजर प्रशासन द्वारा मस्जिद, ईदगाह आदि के साथ-साथ शहर के चौक-चौराहों पर पुलिस पदाधिकारी के साथ जवानों की तैनाती गई थी।