गद्दी गांव पहुंचा राजद का पांच सदस्यीय शिष्टमंडल, सरकार पर बोल हमला
राघोपुर पंचायत वार्ड नंबर 12 गद्दी टोला में पति-पत्नी सहित तीन बच्चे के फंदे से लटक कर हुई मौत के बाद लगातार नेताओं का आना जारी है।
सुपौल। राघोपुर पंचायत वार्ड नंबर 12 गद्दी टोला में पति-पत्नी सहित तीन बच्चे के फंदे से लटक कर हुई मौत के बाद लगातार नेताओं का आना जारी है। घटना को लेकर मंगलवार को राजद शीर्ष नेतृत्व के निर्देश पर पांच सदस्यीय टीम में मोड़वा विधायक रणविजय साहु, शेरघाटी विधायक मंजू अग्रवाल, डॉ प्रेम कुमार गुप्ता, निर्भय अंबेडकर, सहरसा जिलाध्यक्ष मु ताहिर सहित पूर्व मंत्री विश्वमोहन कुमार, पूर्व विधायक यदुवंश कुमार यादव, जिलाध्यक्ष महेंद्र नारायण सरदार, युवा राजद अध्यक्ष भूपनारायण यादव, एकता यादव, अजय कुमार अजनबी,चन्द्रिका कुमारी, सिकंदर प्रसाद यादव, अनोज कुमार आर्य उर्फ लव यादव, संतोष सरदार, मनोज यादव, महेंद्र साह, नीतीश कुमार आदि ने मृतक मिश्रीलाल के घर का मुआयना किया। राजद जांच कमेटी सदस्यों ने मृतक के भाई एवं समाज के विभिन्न लोगों से मिलकर घटना का कारण एवं मृतक की समस्या से रूबरू हुए। जांच टीम ने घटना स्थल पर संदेह के घेरे में आई खिड़की आदि का मुआयना भी किया। जिसके बाद प्रेस को संबोधित करते जांच टीम के संयोजक रणविजय साहू ने कहा कि घटना स्थल के मुआयना एवं स्थानीय लोगों से मिली जानकारी अनुसार घटना आत्महत्या ही लगती है। लेकिन दुख तो इस बात की है लगातार 15 वर्षो के सुशासन की सरकार में आज भी लोग भुखमरी, आर्थिक तंगी से जैसे अभिशाप से तंग आकर मौत को गले लगाना श्रेयष्कर समझते हैं। कहा कि लूट, हत्या, दुष्कर्म जैसी घटना से प्रदेश कराह ही रहा था, अब आर्थिक तंगी, बेरोजगारी के आगे लोग घुटना टेक रहे हैं। अगर मिश्रीलाल एवं उनके परिवार की मौत हत्या नहीं आर्थिक तंगी है तो सरकार एवं उनके मुलाजिम क्या कर रहे थे। मृतक के पास आर्थिक तंगी अचानक नहीं आई थी। वर्षो से गरीबी से लड़ते लड़ते हार मानकर उन्होंने अपने परिवार सहित जान दे दी और सत्ता धारी मंत्री विधायक आज तक यहां झांकने नहीं आए। आज पुरा प्रदेश जब घटना का कारण जानना चाहती है तो जांच रिपोर्ट आने का बहाना हो रहा है। कहा कि अब सरकार की मनमानी नहीं चलेगी आज इस मुद्दे को लेकर नेता प्रतिपक्ष सदन में सरकार से जवाब मांग रहे हैं। उन्हीं के निर्देश हम पांच सदस्यीय कमेटी जांच करने आये हैं। जांच रिपोर्ट के आधार पर हमलोग सरकार के विरुद्ध आवाज उठायेंगे। प्रेस के माध्यम से घटना की उच्च स्तरीय जांच की मांग करते कहा कि सरकार अगर घटना को लेकर संवेदनशील है तो अविलंब घटना की उच्च स्तरीय जांच कराकर दूध का दूध पानी का पानी करें। वहीं विधायक मंजू अग्रवाल ने घटना दुख व्यक्त करते कहा कि राजनीति तो होती रहती है, लेकिन अगर किसी राज्य में भूख से लोग आत्महत्या कर ले तो उस राज्य के सरकार को लानत है। आज देश में अपराध चरम पर है। भ्रष्टाचार का बोलबाला है, पुलिस शराब बेच रही है। अपराधी बेलगाम है, मंहगाई, बेरोजगारी, आर्थिक तंगी से आम जनता कराह रही हैं। अब हमलोग बैठने वाले नहीं है। राजद नेतृत्व के निर्देश पर आए जांच टीम के पहुंचते ही आसपास के सैकड़ों लोग घटना स्थल पर पहुंच गए। सुरक्षा के ²ष्टिकोण से प्रशिक्षु डीएसपी सह थानाध्यक्ष सुशांत कुमार चंचल पुलिस बल के साथ मौजूद थे। मौके पर प्रांजल कुमार, नीतीश मुखिया, विवेक यादव, रोहन राज, पंचायत के मुखिया मु. तस्लीम, मु जमिल अनवर, रामदेव यादव, मित्तन यादव सहित दर्जनों लोग मौजूद थे।