हंगामे की भेंट चढ़ी पंसस की बैठक, गायब रहे अधिकारी
सुपौल। सदर प्रखंड के टीसीपी भवन में गुरुवार को आयोजित पंचायत समिति सदस्यों की बैठक हो-हंग
सुपौल। सदर प्रखंड के टीसीपी भवन में गुरुवार को आयोजित पंचायत समिति सदस्यों की बैठक हो-हंगामे की भेंट चढ़ गई, जिसके कारण बैठक नहीं हो पाई। बैठक की अगली तारीख 22 अगस्त को निर्धारित की गई। दरअसल बैठक में हो-हंगामा का कारण बैठक से पदाधिकारियों का नदारद रहना था। बैठक के लिए तय किए गए निर्धारित समय के बाद भी अधिकांश अधिकारी बैठक में उपस्थित नहीं हुए जिससे पंचायत प्रतिनिधियों के बीच आक्रोश का माहौल उत्पन्न हो गया। काफी देर बाद जब कुछ अधिकारी बैठक में पहुंचे तो प्रतिनिधियों ने हो-हंगामा करना शुरू कर दिया। जनप्रतिनिधियों का कहना था कि जब बैठक की सूचना पूर्व में ही अधिकारियों को दे दी गई थी तो फिर वे सब बैठक में क्यों नहीं पहुंचे यह कोई एक बार की बात नहीं है। हर बार उन लोगों के द्वारा कोई न कोई बहाना बनाकर बैठक से अनुपस्थित रहने की आदत सी बना ली है। जब अधिकारी ही बैठक में भाग नहीं लेते हैं तो आखिर जनता की समस्याओं से किसे अवगत कराया जाएगा। पंचायत प्रतिनिधियों के आक्रोश का दूसरा कारण समय से पदाधिकारियों को नहीं पहुंचने को लेकर भी था। उन लोगों का कहना था कि जब बैठक की तिथि निर्धारित थी तो आखिर पदाधिकारी देर से क्यों पहुंचते हैं। यह पंचायत प्रतिनिधियों का अपमान करना जैसा है। आक्रोशित सदस्यों को समझाते बुझाते हुए प्रखंड प्रमुख मिलन देवी ने सदस्यों को शांत करते हुए कहा कि कोरोना संक्रमण के कारण अधिकांश अधिकारियों की व्यवस्था बनी रहती है। जिसके कारण कई सदस्य और अधिकारी बैठक में नहीं आ पाए। प्रमुख ने बैठक को स्थगित करते हुए अगली बैठक 22 अगस्त को होने की बात कही, तब जाकर सदस्य शांत हुए।