कंटेनमेंट जोन के नाम पर प्रशासनिक क्रियाकलाप से आजिज लोग सड़क पर उतरे

सुपौल। नगर परिषद क्षेत्र अंतर्गत कंटेनमेंट जोन घोषित करने को ले प्रशासनिक अव्यवस्था से आजिज ह

By JagranEdited By: Publish:Thu, 13 Aug 2020 07:10 PM (IST) Updated:Fri, 14 Aug 2020 06:13 AM (IST)
कंटेनमेंट जोन के नाम पर प्रशासनिक क्रियाकलाप से आजिज लोग सड़क पर उतरे
कंटेनमेंट जोन के नाम पर प्रशासनिक क्रियाकलाप से आजिज लोग सड़क पर उतरे

सुपौल। नगर परिषद क्षेत्र अंतर्गत कंटेनमेंट जोन घोषित करने को ले प्रशासनिक अव्यवस्था से आजिज होकर स्थानीय निवासियों ने सड़क पर उतर अपना विरोध जताया।

गुरुवार की सुबह सात बजे नगर परिषद क्षेत्र अंतर्गत ठाकुरबाड़ी रोड में मुरलीधर कॉम्प्लेक्स में लगे कंटेनमेंट जोन से लगे बेरियर को हटा दिया गया और मुहल्लावासियों को कंटेनमेंट जोन से मुक्त कर दिया गया। मुहल्लावासियों के अनुसार ठीक दो घंटे बाद यानी नौ बजे फिर बैरियर लगाते पुलिस जवानों के साथ दंडाधिकारी की भी प्रतिनियुक्ति कर दी गई। साथ ही आने-जाने पर सख्त प्रतिबंध लगा दिया गया। इस दरम्यान मुहल्लेवासियों ने वरीय प्रशासनिक अधिकारी से बातचीत की तो कहा गया कि ये अब कंटेनमेंट जोन नहीं है। लोगों ने जब इसकी जानकारी तैनात दंडाधिकारी एवं पुलिसकर्मी को दी तो उन्होंने बताया कि मुझे इसकी कोई जानकारी नहीं है। इस प्रशासनिक क्रिया क्लाप से आजिज मुहल्लेवासी सड़क पर उतर आए। लोगों का कहना था कि 9 जुलाई को ही यहां के लोगों ने संक्रमण की जांच कराई। 12 जुलाई को वे पॉजिटिव निकल गए। लेकिन विडंबना देखिए कि उस वक्त किसी अधिकारी को इसकी सुधि नहीं रही कि इसे प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित करना चाहिए। लेकिन जब वे काफी दिन पूर्व ही निगेटिव हो गए, पूरी तरह स्वस्थ हो अपने जीवन चर्या में लग गए और इस मुहल्ले में एक भी कोरोना पॉजिटिव केस नहीं है तब प्रशासन की तंद्रा टूटी और इसे प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित करते पुलिस की तैनाती कर दी। सबसे दुखद कि आपात सेवा को भी बाधित किया गया। जिसके कारण लोगों में आक्रोश पनपता रहा और अंतत: लोगों ने सड़क पर उतरकर अपना विरोध जताया। स्थल पर डीएसपी और थानाध्यक्ष के पहुंचने और वार्ता किए जाने के बाद बैरियर और पुलिस बल को हटाया गया और लोगों ने भी अपना जाम वापस कर लिया।

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