विनोद की गली है तो साफ ही होगी
सुपौल। लंका पर चढ़ाई के क्रम में जब भगवान श्रीराम रामेश्वरम में राम सेतु बना रहे थे तो उन
सुपौल। लंका पर चढ़ाई के क्रम में जब भगवान श्रीराम रामेश्वरम में राम सेतु बना रहे थे तो उनकी सेना के वीर योद्धा बड़े-बड़े पत्थर और पहाड़ समुद्र में डाल रहे थे। एक गिलहरी थी जो बालू में लोटकर पत्थरों पर जाकर शरीर को झाड़ देती थी जिससे उसके शरीर में लगे बालू के कण झड़ जाते थे। भगवान ने जब उसे देखा और उससे उसका मतलब पूछा तो प्यार से उसके शरीर पर हाथ फेरा। गिलहरी का कहना था कि वह भी सेतु बनाने में मदद कर रही है। अपनी गली की सफाई का मेरा यह प्रयास राम सेतु की गिलहरी जैसा है। अपने घर के आगे की सड़क की सफाई कर स्वच्छता अभियान में मैं अपनी भागीदारी निभा रहा हूं। यह कहना है वार्ड नंबर आठ में अपनी ही गली दुकान चलाने वाले विनोद कुमार सिंह का। उनकी यह नियमित सेवा भाव देख लोग उनकी प्रशंसा करने से चूकते नहीं हैं। लोग कहते हैं कि विनोद की गली है तो साफ ही होगी।
विनोद अल सुबह जगने के बाद नित्य क्रिया से निवृत्त होकर सड़क की सफाई में जुट जाते हैं। वैसे नगर परिषद के सफाई कर्मी भी शहर में सुबह-शाम दो वक्त सफाई करते हैं लेकिन ये अपनी गली में तीन बार झाड़ू लगाते हैं। धूल नहीं उड़े इसलिए वे बार-बार पानी का छिड़काव भी करते रहते हैं। गली की सफाई देख आसपास के लोग भी सड़क पर गंदगी नहीं फैले इस बात का ख्याल रखते हैं। विनोद बताते हैं कि वे कब से सफाई कर रहे हैं यह तो उन्हें भी ठीक से याद नहीं लेकिन वर्षों से यह उनकी दिनचर्या में शामिल है। कहा कि हर व्यक्ति को साफ-सफाई का ध्यान रखना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से स्वच्छता अभियान में भाग लेने की अपील की तो इसमें जुट गए लेकिन समय के साथ लोग शिथिल पड़ते गए। उनकी वह अपील एक दिन के लिए थोड़े ही थी। उन्होंने तो स्वच्छता को जीवन में अपनाने की अपील की थी। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को अपने हिस्से की सफाई से अभियान को निरंतर गति प्रदान करना चाहिए। बोले कि सफाई स्वस्थ रहने के लिए बहुत जरूरी है। फिलहाल कोरोना का संक्रमण काल चल रहा है। इस स्थिति में तो सफाई का महत्व और बढ़ जाता है। इसलिए हर व्यक्ति को अपने घर की सफाई के अलावा थोड़ा-बहुत भी समाज के लिए यह काम करना चाहिए। इससे समाज में संदेश भी जाता है।