तेज हुआ कटाव कोसी में समाने लगे घर
सुपौल। कोसी के बढ़ते-घटते पानी के बीच कटाव शुरू हो गया है। कटाव की चपेट में आकर
सुपौल। कोसी के बढ़ते-घटते पानी के बीच कटाव शुरू हो गया है। कटाव की चपेट में आकर सदर प्रखंड की तेलवा पंचायत में 25 परिवारों के घर नदी में समा चुके हैं। मरौना प्रखंड के गांवों में भी पानी जमा है। जलजमाव के कारण फसलें और पशुचारा बर्बाद हो चुकी है। लोग परेशान हैं।
कोसी नदी के जलस्तर में मंगलवार को वृद्धि दर्ज की गई थी। कोसी बराज पर डिस्चार्ज 183545 और बराहक्षेत्र में 127100 क्यूसेक दर्ज किया गया था जो बुधवार को बराज पर घटकर 156640 और बराहक्षेत्र में 126200 क्यूसेक हो गया। पानी घटने के साथ कोसी नदी के स्वभाव के अनुसार कटाव तेज हो गया है। घोघररिया पंचायत के खुखनाहा, अमीन टोला, लक्ष्मीनिया, मनाटोला, सिसौनी पंचायत के जोबहा, जोबहा छीठ, पिपरपति, सिसौनी छीठ, सुपौल प्रखंड के तेलवा, गढ़गांव, लुचमनिटोला, बलवा आदि गांवों में अभी भी पानी है। जिन लोगों के दरवाजे पर पानी नहीं है उनके दरवाजे अगल-बगल के लोग अपने मवेशियों को रखे हुए हैं। अब समस्या यह है कि मवेशियों को खिलाया क्या जाए क्योंकि पानी जमे होने के कारण पशुचारा खेतों में गल गए। एक महीने से अधिक दिनों से पानी जमा है। कुछ ग्रामीण गांव खाली कर चुके हैं। पीड़ितों का कहना है कि अबतक सरकारी नाव की व्यवस्था नहीं की गई है। गांव में जिनके पास नाव है वह मनमाना भाड़ा की मांग करता है। ऐसे में लोगों का बाहर निकलना भी मुश्किल हो रहा है। लोग खाने के लिए मुंहताज हैं तो नाव का भाड़ा कहां से लाएंगे। खेतों में लगी फसल बर्बाद हो चुकी है। कटाव में जमीन भी कटने का खतरा बन गया है। इस कटाव के शिकार सदर प्रखंड के तेलवा पंचायत के घर हुए हैं। यहां सुभक यादव, महावीर यादव, मनोज कुमार साह, संजीत यादव, रामानंद समेत 25 परिवार के घर नदी में समा चुके हैं। अब ये लोग सिर कहां छिपाएंगे यह समस्या है। प्रभावित क्षेत्रों में भले ही बाढ़ का पानी घट गया है लेकिन उनकी परेशानी बनी हुई है।