सरकार के उदासीन रवैया के चलते कोसी का नहीं हो सका स्थाई समाधान

सुपौल। जिला मुख्यालय स्थित होटल आरके पैलेसे के सभागार में बदलो बिहार-बनाओ बेहतर बिहार क

By JagranEdited By: Publish:Wed, 05 Aug 2020 06:29 PM (IST) Updated:Wed, 05 Aug 2020 06:29 PM (IST)
सरकार के उदासीन रवैया के चलते कोसी का नहीं हो सका स्थाई समाधान
सरकार के उदासीन रवैया के चलते कोसी का नहीं हो सका स्थाई समाधान

सुपौल। जिला मुख्यालय स्थित होटल आरके पैलेसे के सभागार में बदलो बिहार-बनाओ बेहतर बिहार के कड़ी में कोसी जनसंवाद यात्रा के तीसरे दिन प्रेस वार्ता सह सम्मान समारोह आयोजित किया गया। जिसमें कोसी विकास मोर्चा के प्रदेश संयोजक डॉ. अमन कुमार के द्वारा कोसी जनसंवाद यात्रा में शामिल तमाम राजनेताओं को अंग वस्त्र व मोमेंटों से सम्मानित किया गया। संवाददाताओं को संबोधित करते हुए बदलो बिहार-बनाओ बेहतर बिहार के नेतृत्वकर्ता-सह-भारत सरकार के पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने कहा कि सुशासन सरकार के गलत नीतियों के कारण प्रदेश के जूट मिल, पेपर मिल, चीनी मिल, बरौनी फर्टिलाइजर सहित तमाम उद्योग पूरी तरह बंद है। इस बीच कोई भी नया उद्योग स्थापित नहीं हुआ है। बाढ़, सुखाड़ और नदियों के तटबंधों की मरम्मत सरकारी उपेक्षा एवं लापरवाही का शिकार है। कहा कि फसलों के लाभकारी मूल्य नहीं मिलने के कारण किसानों की कमर टूट गई है। रोजगार के लिए नौजवानों का पलायन ही एकमात्र जीने का सहारा बच गया है। कहा कि सरकार ने सैकड़ों इंटर स्तरीय एवं डिग्री कॉलेज का संबंधन रद्द कर दिया है जिसके चलते लाखों छात्र, शिक्षक एवं शिक्षकोत्तर का भविष्य बर्बाद हो गया। बदलो बिहार-बनाओ बेहतर बिहार अभियान नहीं आंदोलन है। हम मुद्दा आधारित साफ-सुथरी राजनीति के कायल है। इसके लिए देश स्तर पर यूनाइटेड डेमोक्रेटिक अलायन्स (यू.डी.ए.) का गठन किए हैं। व्यवस्था परिवर्तन हमारा लक्ष्य है। हम आम जन के सहयोग से बेहतर बिहार बनाने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं। समाजवादी जनता दल डेमोक्रेटिक के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पूर्व केन्द्रीय मंत्री देवेन्द्र प्रसाद यादव ने कहा कि सरकार के उदासीन रवैया के कारण आजादी के सात दशक बाद भी कोशी का स्थायी समाधान नहीं हो सका है। केवल राजनेताओं की हवाई उड़ान, हवाई घोषणाएं और चुनावी झुनझुना बजता रहा है। सरकार के कमजोर इरादा के कारण यहां के लोग नारकीय जिदगी जीने को बाध्य हैं। सरकार की सुंदर कोशी बनाने की घोषणा हवा-हवाई साबित हुई। कहा कि सुविधा के नाम पर तटबंध के अन्दर बसने वाले लोगों से भी सभी प्रकार के टैक्स लिए जाते हैं। फिर भी सुविधा नदारद है। शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधा का घोर अभाव है। स्थिति तो यह है कि लोग इस इलाके में बेटी की शादी तक नहीं करना चाहते हैं। कोशी पीड़ितों के लिए शिक्षा व दवा मुफ्त मिलना चाहिए। सरकार को कोशी में जल आधारित उद्योग की स्थापना करना चाहिए। कोशी के कायाकल्प के लिए कोशीवासियों को लड़ाई लड़नी होगी। कहा कि बिहार सरकार के गलत नीतियों के कारण वित्त रहित शिक्षक, आंगनबाड़ी सेविका, सहायिका, जीविका दीदी, आशा, ममता, किसान सलाहकार, प्रेरक, स्वच्छताग्राही, जीविका कैडर, न्याय सचिव आदि आन्दोलन के लिए मजबूर है। प्रेस वार्ता में पूर्व केन्द्रीय मंत्री नागमणि, मु. असफाक रहमान, डॉ. सत्यानन्द शर्मा, राजीव कुमार आदि उपस्थित थे।

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