सुपौल : कोसी का बढ़-घट रहा जलस्तर बढ़ा रहा परेशानी
नेपाल के तराई क्षेत्र व आसपास में हो रही बारिश से कोसी नदी का जलस्तर लगातार घट-बढ़ रहा है। शनिवार को जलस्तर में गिरावट दर्ज की गई।
सुपौल। नेपाल के तराई क्षेत्र व आसपास में हो रही बारिश से कोसी नदी का जलस्तर लगातार घट-बढ़ रहा है। शनिवार को जलस्तर में गिरावट दर्ज की गई। कोसी बराज पर शाम चार बजे जलस्राव 185965 क्यूसेक रिकार्ड किया गया जबकि शुक्रवार को 1.96 लाख क्यूसेक तक रिकार्ड किया गया था। नदी के घटते-बढ़ते जलस्तर के चलते तटबंध के अंदर के लोगों की परेशानी बढ़ती ही जा रही है। यहां दो माह से बाढ़ का पानी जमा है जिसके चलते लोग परेशान हैं। नदी में जलस्तर बढ़ने पर बाढ़ प्रभावित इलाके लोग सहम उठते हैं। बाढ़ प्रभावित घोघड़रिया पंचायत के खुखनाहा, लक्ष्मीनिया, अमीनटोला, मानाटोला, बेला टोल, सिसौनी पंचायत के सिसौनी छीट, पीपरपाती, जोबाहा आदि के कई गांव में दो माह से घुसे पानी के कारण समस्या बढ़ती जा रही है। गुरुवार से बढ़े जलस्तर के कारण इन गांवों के लोग एक बार फिर माल-मवेशी के साथ पलायन करने को मजबूर हैं। लोगों के घर-आंगन, दरवाजा तक में फिर से पानी घुस गया है। माल-मवेशी के चारा तक की समस्या पहले से बनी हुई है और अब अधिक समस्या हो गई है। बाढ़ पीड़ितों का कहना है कि पहले आई बाढ़ से तो किसी तरह निजात पा लिया था लेकिन इस बार रह-रहकर बढ़ रहे पानी से पता नहीं क्या होगा। वैसे भी इन क्षेत्रों में बाढ़ आने के बाद लोग स्वयं के भरोसे ही बाढ़ से सामना करने को मजबूर होते हैं। भले ही सरकारी महकमा जो कह ले परंतु इन बाढ़ पीड़ितों के लिए उनके कथनी और करनी में काफी फर्क रहता है। तभी तो दो माह बीतने के बाद भी सरकारी स्तर पर कुछ नहीं मिला। फिलहाल एक बार फिर कोसी नदी में बढ़ते-घटते जलस्तर का खौफ इनलोगों के चेहरे पर साफ-साफ दिखाई पड़ रहा है। यहां बता दें कि कोसी में बाढ़ की अवधि 15 जून से 15 सितंबर तक रहती है। भले यह डेटलाइन अब खत्म को है लेकिन कोसी के जलग्रहण वाले इलाके में हो रही बारिश लोगों की चिता बढ़ाए हुई है।