श्रद्धापूर्वक मनाई गई विजयादशमी, भावपूर्ण दी गई माता को विदाई

जागरण टीम सुपौल शारदीय नवरात्र विजयादशमी के साथ संपन्न हो गया। नवरात्र में जहां श्रद्धापूर्वक

By JagranEdited By: Publish:Sat, 16 Oct 2021 11:53 PM (IST) Updated:Sat, 16 Oct 2021 11:53 PM (IST)
श्रद्धापूर्वक मनाई गई विजयादशमी, भावपूर्ण दी गई माता को विदाई
श्रद्धापूर्वक मनाई गई विजयादशमी, भावपूर्ण दी गई माता को विदाई

जागरण टीम, सुपौल : शारदीय नवरात्र विजयादशमी के साथ संपन्न हो गया। नवरात्र में जहां श्रद्धापूर्वक माता की पूजा-अर्चना की गई और भावपूर्ण विदाई दी गई, वहीं स्थानीय गांधी मैदान में इस बार रावण वध का आयोजन नहीं किया गया, जबकि आयोजित भंडारा में काफी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए और उन्होंने प्रसाद ग्रहण किया। ग्रामीण क्षेत्रों में भी पूजा की धूम रही।

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त्रिवेणीगंज में प्रखंड क्षेत्र में माता की विदाई में महिलाएं मिथिला की पारंपरिक विदाई गीत गा रही थी। श्रद्धालु दुर्गा माता की जय आदि नारे लगा रहे थे। लोगों ने एक दूसरे को लाल गुलाल लगाकर शुभकामना दी। थानाध्यक्ष संदीप कुमार सिंह ने बताया कि दुर्गा पूजा को ध्यान में रखते हुए सभी पूजा स्थलों पर कड़ी सुरक्षा-व्यवस्था की गई थी।

छातापुर में प्रखंड क्षेत्र में नौ दिनों तक चले शारदीय नवरात्र के पर्व के बाद शुक्रवार को विजयादशमी और दशहरा का त्योहार धूमधाम से मनाया गया। त्योहार शांति व सौहार्द के माहौल में संपन्न हुआ। गुरुवार व शुक्रवार को लोगों ने विभिन्न पूजा पंडालों में स्थापित मां दुर्गा एवं अन्य देवी देवताओं की प्रतिमा का दर्शन कर सुख-समृद्धि की कामना की। प्रखंड के अलग अलग जगहों पर लोगों ने अश्रुपूर्ण नेत्रों से माता को विदाई दी। जगह-जगह ढोल बाजे के साथ पूजा समितियों द्वारा शोभा यात्रा निकाली गयी। देर रात तक प्रतिमा विसर्जन का सिलसिला चलता रहा। प्रतिमा विसर्जन जुलूस की वजह से जगह जगह जाम की स्थिति बनी रही। शुक्रवार की देर शाम कई जगहों पर मां दुर्गा के भक्तों ने नम आंखों से मां को विदाई दी। साथ ही अगले वर्ष फिर से आने वादा लिया। इस दौरान कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की कोई खबर नहीं है।

करजाईन बा•ार सहित आसपास के गांवों में शारदीय नवरात्र हर्षोल्लासपूर्वक शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हो गया। रतनपुर पुराना बाजार, नया बा•ार, बसावनपट्टी, ढ़ाढ़ा, साहेवान, मोतीपुर, गोसपुर, संस्कृत निर्मली सहित अन्य जगहों पर मां दुर्गा सहित अन्य देवी-देवताओं की प्रतिमा को मंगल गीत तथा मां के जयकारे के साथ नदी में विसर्जित किया गया। विसर्जन के मौके पर मंदिर परिसर से लेकर नदी किनारे तक भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। इस दौरान ढोल-नगाड़े तथा शंख-घंटे के ध्वनि के बीच मां दुर्गे के जयकारे से पूरा क्षेत्र भक्तिमय हो गया। शांति व्यवस्था बहाल रखने के लिए थाना पुलिस पूरी तरह मुस्तैद रही।

वीरपुर अनुमंडल मुख्यालय वीरपुर के कोसी क्लब, गोल चौक, पुरानी हटिया, कारगिल चौक, बसंतपुर, बलभद्रपुर, सीतापुर, विशनपुर, रतनपुरा, सातेनपटी, दीनबंधी-कटैया आदि जगहों के दुर्गा मंदिरों में कलश स्थापना से लेकर विजयादशमी तक चहुंओर भक्तिपूर्ण माहौल बना रहा। कोविड मानक के तहत स्वास्थ्य कर्मियों की भी तैनाती देखी गई।

लौकहा बाजार क्षेत्र में गाजे-बाजे के साथ मां जगतजननी की प्रतिमा को विभिन्न नदियों में विसर्जित किया गया। कहीं कोई अप्रिय घटना नहीं हो इसके लिए पुलिस मुस्तैद रही।

सरायगढ़ में पूजा तथा मेला शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हो गया। मेला के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम पर रोक रहने के कारण लोगों में उदासी दिखाई दी। शांति बहाल रखने के लिए प्रखंड विकास पदाधिकार श्वेता, अंचलाधिकारी जय राम प्रसाद सिंह, भपटियाही थानाध्यक्ष राघव शरण, किशनपुर थानाध्यक्ष सुमन कुमार पुलिस बल के साथ जगह-जगह भ्रमण करते रहे। मां भगवती की प्रतिमा का विसर्जन लोगों ने काफी उत्साह के साथ किया। लोग गाजे-बाजे के साथ प्रतिमा विसर्जन में शामिल हुए। अधिकांश जगह पर प्रतिमा का विसर्जन कोसी नदी में किया गया जबकि कुछ जगहों पर सुपौल और सहरसा उपशाखा नहर में विसर्जन किया गया।

प्रतापगंज में प्रखंड क्षेत्र में दुर्गा पूजा शांति, सछ्वाव व भक्तिमय वातावरण में संपन्न हो गया। दुर्गा पूजा पर विभिन्न जगहों पर पूजा-अर्चना व आयोजित मेला में लोगों की भीड़ उमड़ती रही। प्रतापगंज बाजार स्थित सार्वजनिक दुर्गा मंदिर की भव्य व्यवस्था से श्रद्धालुओं में खुशी थी। मेले में कोरोना के प्रति जागरूकता लाने के उद्देश्य से अलग में बनाया गया पंडाल आकर्षण का केंद्र बना रहा। सुरक्षा के उद्देश्य से सीसीटीवी कैमरे के अतिरिक्त ड्रोन कैमरे से निगरानी की जा रही थी।

पिपरा प्रखंड में पूजा धूमधाम से मनाई गई। श्रद्धालुओं ने प्रतिमा स्थल पर पूजा-अर्चना की। विजयादशमी के दिन प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया।

जदिया थानाक्षेत्र अंतर्गत पांच जगहों पर स्थापित की गई मां दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन दशमी को किया गया। बता दें कि थानाक्षेत्र अंतर्गत जदिया पंचायत के फुलकाहा गांव में दो जगहों पर तथा कोरियापट्टी में दो जगह सहित परसागढ़ी उत्तर पंचायत में मूर्ति स्थापित कर पूजा-अर्चना व मेला आयोजित करने की प्रथा चली आ रही है। मेला को लेकर पुलिस चुस्त दुरुस्त दिखी।

निर्मली प्रखंड क्षेत्र के ग्रामीण व शहरी इलाकों में नवरात्र को लेकर स्थापित मां दुर्गा सहित अन्य देवी देवताओं की प्रतिमाओं को शुक्रवार को नदी तथा तालाब में विसर्जित किया गया। नगर स्थित बनी बड़ी दुर्गा मंदिर से तिलयुगा नदी में मां दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन किया गया। इस दौरान माता के जयकारे से नगर गुंजायमान रहा। अबीर गुलाल एक दूसरे को लगाते हुए हवा में उड़ाए गए। शांति व्यवस्था को लेकर अनुमंडल पदाधिकारी संजय कुमार सिंह, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी पंकज कुमार, निर्मली थानाध्यक्ष पंकज कुमार, अंचलाधिकारी मुकेश कुमार आदि पदाधिकारी एवं पुलिस बल नगर के सभी चौक-चौराहों पर मुस्तैद दिखाई दिए। पूजा समिति भी सक्रिय नजर आई।

राघोपुर में मां दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन के साथ शारदीय नवरात्र संपन्न हो गया। कुछ प्रतिमा का विसर्जन शुक्रवार की रात हीं हो गई वहीं अधिकांश विसर्जन का कार्यक्रम शनिवार को हुआ। धरहरा भीमशंकर स्थान में शुक्रवार की रात विसर्जन किया गया जबकि सामूहिक दुर्गा मंदिर, गणपतगंज, राघोपुर, सिमराही आदि कई जगहों पर शनिवार के सुबह विसर्जन किया गया।

किशनपुर में प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न पूजा पंडालों में शांतिपूर्ण माहौल में दुर्गा पूजा संपन्न हो गया। नवरात्रा के नौवें एवं दसवें दिन भी भगवती का श्रद्धालुओं ने भक्तिपूर्ण माहौल में पूजा-अर्चना किया। प्रखंड स्थित बाजार, सोनवर्षा टोला परसा, सुखासन, अभुआर, मलाढ़, अन्दौली, सिगियावन, चौहट्टा, नरही शिवपुरी, परसामाधो, नौआबाखर, थरिया, हांसा, मलाढ, परसा माधो सहित अन्य मंदिर में भगवती के प्रतिमा का विसर्जन किया गया। जहां भक्तों ने मां भगवती को नम आंखों से विदाई दिया। इस दौरान महिलाएं भगवती के विदाई गीत, समदाउन गाकर मां भवानी को विदा किए।

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