खाद के लिए विस्कोमान में उमड़ा किसानों का सैलाब, नियंत्रण करने के लिए पुलिस के छूट रहे पसीने

संवाद सूत्र त्रिवेणीगंज (सुपौल) प्रखंड क्षेत्र के किसान करीब पंद्रह दिन से खाद के लिए दर-दर भट

By JagranEdited By: Publish:Fri, 03 Dec 2021 12:31 AM (IST) Updated:Fri, 03 Dec 2021 12:31 AM (IST)
खाद के लिए विस्कोमान में उमड़ा किसानों का सैलाब, नियंत्रण करने के लिए पुलिस के छूट रहे पसीने
खाद के लिए विस्कोमान में उमड़ा किसानों का सैलाब, नियंत्रण करने के लिए पुलिस के छूट रहे पसीने

संवाद सूत्र, त्रिवेणीगंज (सुपौल): प्रखंड क्षेत्र के किसान करीब पंद्रह दिन से खाद के लिए दर-दर भटक रहे थे। यही नहीं खाद नहीं मिलने से नाराज किसानों ने पिछले दिनों दो बार विस्कोमान के समीप एनएच 327 ई को जाम कर विरोध प्रदर्शन किया था, तब किसानों को जल्द खाद वितरण करने का आश्वासन अनुमंडल पदाधिकारी के द्वारा दिया गया था। लेकिन जब खाद उपलब्ध हुआ तो किसानों की भीड़ रात दो बजे से ही विस्कोमान के सामने लगने लगी। एक-दो बोरा खाद के लिए किसान करीब सात-आठ घंटे तक लाइन में खड़े रहने को मजबूर हैं। करीब एक सौ मीटर तक किसानों की लाइन देखी जा सकती थी। जब विस्कोमान खुला तो हर किसान डीएपी खाद लेने के लिए अपनी बारी का इंतजार करने लगे। किसानों में धक्का-मुक्की भी हुई। यहां तक कि नौबत कहासुनी तक भी जा पहुंची। लेकिन कहासुनी से भी ज्यादा सभी को डीएपी लेने की चिता थी। हालांकि भीड़ को देखते हुए पुलिस को बुलानी पड़ी। थानाध्यक्ष संदीप कुमार सिंह समेत उनके दलबल को भीड़ को नियंत्रण में करने के लिए पसीने छूट रहे थे। मजे की बात तो यह थी कि गुरुवार की अल सुबह से भूखे-प्यासे खाद के लिए किसान लाइन में खड़े थे लेकिन उनको करीब ग्यारह बजे तक टोकन नहीं मिला था। लंबी लाइन में सुबह से पीछे खड़े किसानों को डर सता रहा था कहीं उन्हें बिना खाद लिए ही घर को लौटना ना पड़े। इसलिए सभी अपनी बारी के इंतजार में बेचैन दिखे। बिस्कोमान में खाद लेने के लिए लाइन में महिलाओं के साथ छात्राएं भी लगी थी। किसानों का कहना था कि पर्याप्त मात्रा में खाद नहीं मिल रहा है। खाद न मिलने से तैयार खेतों में आलू व गेहूं की बोआई में देरी हो रही है। जिसका असर पैदावार पर पड़ना तय है।

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