बंद हुआ 2839 प्रत्याशियों की किस्मत का पिटारा, फैसला 10 अक्टूबर को

संजय कुमार छातापुर (सुपौल) चुनाव के समाप्त होते ही प्रखंड के विभिन्न पदों के 2839 प्रत्याशिय

By JagranEdited By: Publish:Sat, 09 Oct 2021 12:24 AM (IST) Updated:Sat, 09 Oct 2021 12:24 AM (IST)
बंद हुआ 2839 प्रत्याशियों की किस्मत का पिटारा, फैसला 10 अक्टूबर को
बंद हुआ 2839 प्रत्याशियों की किस्मत का पिटारा, फैसला 10 अक्टूबर को

संजय कुमार, छातापुर (सुपौल): चुनाव के समाप्त होते ही प्रखंड के विभिन्न पदों के 2839 प्रत्याशियों की किस्मत का पिटारा बंद हो गया। मतदाताओं ने किसे पांच साल पंचायत चलाने का भार सौंपा है इसका फैसला 10 अक्टूबर को हो जाएगा। प्रखंड में 23 पंचायतों में 330 मतदान केंद्रों पर छातापुर में तीन जिला परिषद सदस्य पद के लिये 38, मुखिया के लिये 175, पंचायत समिति सदस्य पद के लिये 236, सरपंच पद के लिये 171, वार्ड सदस्य पद के लिये 1519, वार्ड पंच पद के लिये 700 उम्मीदवार चुनावी मैदान में है। 665 पदों के लिए यानी कुल 2839 प्रत्याशी मैदान में डटे हुए थे। वार्ड पंच के प्रत्याशी 53 निर्विरोध चुन लिए गए हैं। यहां कुल मतदाताओं की संख्या 182231 है जिसमें महिला मतदाताओं की संख्या 86869 व पुरुष मतदाताओं की संख्या 35395 है। --------------------------------------------------

चाक चौबंद व्यवस्था के बीच संपन्न हुआ मतदान चाक-चौबंद व्यवस्था के बीच शुक्रवार की सुबह सात बजे मतदान प्रारंभ हुआ। शारदीय नवरात्र के बावजूद बड़ी संख्या में मतदाता लाइन में खड़े नजर आए। एक-दो जगह पर ईवीएम में आई खामी के कारण मतदान की प्रक्रिया कुछ समय के लिए बाधित रही। शांतिपूर्ण व निष्पक्ष मतदान को लेकर खुद जिलाधिकारी महेंद्र कुमार व पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार पूरी निगरानी बरत रहे थे। कई मतदान केंद्रों का जायजा लिया, मतदान कर्मियों से स्थिति की जानकारी ली और कई आवश्यक निर्देश दिए। अधिकारियों के वाहनों को देख बूथ के आसपास मौजूद लोगों में भगदड़ मच जाती थी। कई जगहों पर लोगों को पुलिस खदेड़ती नजर आई। सभी बूथों पर पेट्रोलिग मजिस्ट्रेट फोर्स के साथ तैनात किए गए थे। इसके अलावा हर पंचायत में दो- दो सेक्टर मजिस्ट्रेट और पुलिस पदाधिकारी फोर्स के साथ तैनात किए गए थे ताकि किसी भी प्रकार विधि व्यवस्था से निपटने में दिक्कत न हो। इसके साथ दो तीन पंचायत में एक जोनल मजिस्ट्रेट और पुलिस पदाधिकारी टैग किए गए थे। प्रखंड व थाने में रिजर्व फोर्स व मतदान कर्मियों को रखा गया था। ताकि किसी प्रकार की आवश्यकता हो तो उसका प्रयोग किया जा सके। जिसमें महिला कर्मी भी शामिल थी। साथ ही विशेष गश्ती दल टीम भी रखी गई थी जो लगातार सायरन बजा कर क्षेत्र में भ्रमण कर रही थी।

------------------------------------------------------ सजग थे मतदाता, धूप व गर्मी नहीं डाल सकी बाधा

ये मतदाता पंचायत सरकार के गठन में अपने अधिकार के प्रति काफी सजग दिखे। मतदान में तेज धूप एवं भीषण गर्मी भी मतदाताओं के उमंग में बाधा नहीं डाल सकी। इस कारण किसी भी बूथ पर लंबी कतारें इंतजार करती नहीं देखी गई। मगर इन सब के बावजूद महिलाएं पुरुषों से अधिक मताधिकार का प्रयोग के लिए खास जागरूक दिखी। ------------------------------------------

बुजुर्ग व बीमार मतदाता भी थे उत्साहित मतदान केंद्र पर बुजुर्ग और बीमार मतदाता को भी उनके स्वजन लेकर पहुंचे। ऐसा महसूस हो रहा था कि लोकतंत्र के इस महापर्व में अपनी भागीदारी से कोई भी चूकना नहीं चाह रहा था। सुबह मतदान शुरू होने के साथ ही गर्मी और धूप के कारण प्राय: सभी बूथों पर मतदाताओं का पहुंचना शुरू हुआ और मतदान कर्मियों द्वारा तेजी किए जाने के बावजूद चुनाव की व्यवस्था के कारण देर हो ही जाती थी। जागरूक महिलाएं भी इस महापर्व में किसी भी मायने में पीछे नहीं रही। प्राय: सभी बूथों पर ऐसा देखा गया कि महिलाएं काफी जागरूकता के साथ मताधिकार का प्रयोग कर पुरुषों से पहले छुट्टी कर लेना चाहती थी। जैसे-जैसे धूप व गर्मी बढ़ी वैसे-वैसे मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की संख्या भले ही कुछ समय के लिए कम हुई, लेकिन दोपहर बाद एकाएक पुन: बढ़ोतरी के कारण मतदाता अपनी बारी का इंतजार करते देखे गए। दोपहर के बाद भी महिलाएं मतदान केंद्रों तक आती रही और वोट डालने के बाद जाने के लिए तत्पर दिखी। कुल मिलाकर छातापुर प्रखंड में हुए पंचायत चुनाव में पुरुषों के मुकाबले महिलाएं सर्वाधिक जागरूक दिखी।

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