शांतिपूर्ण माहौल में हुआ मतदान, महिलाओं ने बढ़-चढ़कर लिया हिस्सा

संवाद सूत्र सरायगढ़ (सुपौल) सरायगढ़ भपटियाही प्रखंड क्षेत्र की विभिन्न पंचायतों के 161 मतदान

By JagranEdited By: Publish:Wed, 24 Nov 2021 11:38 PM (IST) Updated:Wed, 24 Nov 2021 11:38 PM (IST)
शांतिपूर्ण माहौल में हुआ मतदान, महिलाओं ने बढ़-चढ़कर लिया हिस्सा
शांतिपूर्ण माहौल में हुआ मतदान, महिलाओं ने बढ़-चढ़कर लिया हिस्सा

संवाद सूत्र, सरायगढ़ (सुपौल) : सरायगढ़ भपटियाही प्रखंड क्षेत्र की विभिन्न पंचायतों के 161 मतदान केंद्रों पर बुधवार को शांतिपूर्ण माहौल में वोट डाला गया। पंचायत चुनाव के मतदान में इस बार महिला मतदाताओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सेदारी दी। चुनाव को लेकर प्रशासन की ओर से चुस्त-दुरुस्त व्यवस्था रहने के कारण किसी भी मतदान केंद्र पर असामाजिक तत्वों को फटकने का मौका नहीं मिला।

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सात बजते ही जुटने लगी भीड़

सुबह के 7 बजते हैं चांदपीपर पंचायत के वार्ड नंबर 11 स्थित मतदान केंद्र संख्या 147 सामुदायिक भवन मुसहरी टोला पर मतदाताओं की लंबी कतार दिखाई दी। चुनाव को लेकर उत्साहित लोगों में महिलाओं की संख्या अधिक थी। वहां समय से मतदान शुरू करा दिया गया था। मध्य विद्यालय चांदपीपर मतदान केंद्र संख्या 145 पर भी महिला तथा पुरुषों की लंबी कतार दिखाई दी। मतदाताओं को भयमुक्त बनाए रखने के लिए मतदान केंद्र के अंदर तथा बाहर पुलिस की पर्याप्त तैनाती की गई थी। मध्य विद्यालय रायगढ़ मतदान केंद्र संख्या 131 पर भी सवेरे से ही मतदाताओं की काफी संख्या दिखाई दी। वहां मतदाताओं की सुविधा के लिए महिला तथा पुरुष पुलिस जवान तैनात दिखाई दिए। मतदान केंद्र के बाहर युवा वर्ग के लोगों में मतदान के प्रति खासा उत्साह दिखाई दिया। मध्य विद्यालय भपटियाही आदर्श मतदान केंद्र पर मतदाताओं के लिए शेड की व्यवस्था की गई थी जहां मतदाता अपने कतार में खड़े दिखाई दिए। वहां भी मतदाताओं की काफी संख्या दिखाई दी। पंचायत भवन भपटियाही में पुरुषों की अपेक्षा महिला मतदाताओं की काफी संख्या थी। मध्य विद्यालय कल्याणपुर स्थित मतदान केंद्रों पर सुबह के 9 बजे मतदाता लंबी कतार में खड़े थे। मध्य विद्यालय बैशा अवस्थित मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की संख्या काफी कम दिखाई दी। प्राथमिक विद्यालय राम टोला नोनापार, प्राथमिक विद्यालय छिटही पलार, उत्क्रमित मध्य विद्यालय छिटही पलार, मदरसा इस्लामिया अरबिया छिटही हनुमाननगर, उत्क्रमित मध्य विद्यालय छठी गोठ, उत्क्रमित मध्य विद्यालय शाहपुर, उत्क्रमित मध्य विद्यालय शाहपुर पलार, प्राथमिक विद्यालय नबीपुर, मध्य विद्यालय झिल्ला डुमरी, मध्य विद्यालय पिपरा खुर्द, उत्क्रमित मध्य विद्यालय पिपरा खुर्द पुनर्वास सहित अन्य मतदान केंद्रों पर दोपहर तक मतदाताओं की लंबी कतार लगी थी। पंचायत चुनाव में मतदाता अपनी भागीदारी देने को काफी तत्पर दिखाई दे रहे थे। हर मतदान केंद्र पर मतदाताओं की बायोमेट्रिक मशीन से पहचान की जा रही थी।

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गश्त लगाते रहे प्रशासन के अधिकारी

मतदान शांतिपूर्ण और निष्पक्ष हो इसके लिए पदाधिकारी लगातार प्रखंड क्षेत्र के सभी 161 मतदान केंद्रों पर भ्रमण करते दिखाई दिए। इस बार के चुनाव में प्रत्येक मतदान केंद्र पर अलग-अलग मजिस्ट्रेट तैनात किए गए थे जिस कारण बोगस और दोबारा मतदान की संभावना नहीं रही। मतदाता खुलकर गोपनीय तरीके से अपने अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे थे। कई जगहों पर युवा मतदाताओं में काफी उत्सुकता दिखाई दी। पंचायत चुनाव में युवा मतदाताओं की भागीदारी किसी भी पंचायत के समीकरण को बदलने में अहम माना जाता है। वैसे इस बार के पंचायत चुनाव में महिला मतदाताओं की उपस्थिति चुनाव परिणाम को सर्वाधिक प्रभावित कर सकती है। कई मतदान केंद्रों पर पुरुष मतदाताओं का एक तरह से अकाल दिखाई दिया।

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मतदान के लिए घर से निकले बुजुर्ग लोग

प्रखंड क्षेत्र की अधिकांश जगहों पर पंचायत चुनाव में भागीदारी देने के लिए बुजुर्ग लोग भी घर से निकलकर मतदान केंद्र तक पहुंचे। कुछ मतदाता तो अपने स्वजन के सहारे मतदान केंद्र पर जाकर मतदान किया। कुछ जगहों पर दिव्यांग मतदाता भी मतदान केंद्र पर पहुंचे और अपने मताधिकार का प्रयोग करते दिखाई दिए।

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कोसी के इलाके में भी प्रशासन ने दिखाई सख्ती

प्रखंड के कोसी नदी से प्रभावित 10 मतदान केंद्रों पर शांतिपूर्ण मतदान के लिए प्रशासन की ओर से कड़ी व्यवस्था की गई थी। टापूनुमा इलाके में बसे मतदाताओं ने खुलकर मतदान में हिस्सेदारी दी। वहां प्रत्येक मतदान केंद्रों के लिए मजिस्ट्रेट की व्यवस्था की गई थी और उसके साथ पर्याप्त संख्या में पुलिस बल दिए गए थे। इस बार के चुनाव में किसी भी जगह पर बूथ पर कब्जा करने की शिकायत सामने नहीं आई है। वार्ड सदस्य, पंचायत समिति सदस्य, मुखिया तथा जिला परिषद सदस्य के लिए इस बार ईवीएम से वोट डाला गया जबकि पंच सदस्य और सरपंच पद के लिए बैलेट पेपर का प्रयोग किया गया है। पहली बार पंचायत चुनाव में ईवीएम के प्रयोग से कुछ जगहों पर महिला मतदाताओं में असमंजस की स्थिति सुनाई दी। मतदान केंद्रों पर चार पद के लिए ईवीएम और दो पद के लिए बैलेट पेपर अपने पक्षधर उम्मीदवारों का छाप पहचानने में थोड़ी दिक्कत का सामना करने की बातें सामने आई। वैसे प्रत्येक मतदान केंद्रों पर ईवीएम पर प्रत्याशियों का चुनाव चिन्ह स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा था। बावजूद इसके पहली बार ईवीएम से पंचायत चुनाव में वोट डाल रहे कई मतदाता परेशान नजर आ रहे थे। कुछ मतदान केंद्रों के बाहर चर्चा हो रही थी कि यदि महिला मतदाता सही से मतदान नहीं कर सकी तो मतदान का परिणाम उलट भी हो सकता है। इस बात की चिता अधिकांश प्रत्याशियों में सुनाई दी। वैसे इस तरह के मतदान केंद्रों की संख्या कम थी।

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मतदान केंद्रों के 200 मीटर की परिधि में थी धारा 144 लागू

प्रखंड क्षेत्र के सभी मतदान केंद्रों के 200 मीटर की परिधि में धारा 144 लगा दिए जाने के कारण कहीं भी अनावश्यक भीड़ जमा नहीं हो सकी। मतदान केंद्र के इर्द-गिर्द लोगों की भीड़ जमा नहीं होने के कारण मतदाता अपने को स्वतंत्र महसूस कर रहे थे। मतदान करने के बाद भी अधिकांश मतदाता वोट की बात गोपनीय रखे थे। पंचायत चुनाव में एक साथ कई उम्मीदवार के रहने के कारण पहले से साइलेंट मोड में रहे मतदाता मतदान करने के बाद भी उसी स्थिति में दिखाई दिए।

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कोसी के इलाके में 5 बजे बंद करा दिया गया मतदान

कोसी नदी से प्रभावित इलाके में प्रशासन ने पहले से ही 5 बजे संध्या तक मतदान होने की घोषणा कर रखी थी। दुर्गम इलाका होने के कारण वहां के मतदान कर्मियों को संध्या से पहले वापस लौटने का आदेश दिया गया था और हर मतदान केंद्र पर उसका पालन किया गया। कोसी के गांव में मतदान कर्मियों को ले जाने के लिए जगह-जगह नाव की पर्याप्त व्यवस्था थी। मतदान कर्मियों के साथ गोताखोर तथा एनडीआरएफ के जवान भी पहुंचे थे जो उसे चिन्हित मतदान केंद्रों पर ले जाने में सहयोग करते दिखाई दिए।

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