सुबह होते ही मतदाताओं के दलान पर पहुंच रहे उम्मीदवार

संवाद सूत्र प्रतापगंज (सुपौल) पंचायत चुनाव का वक्त है। दूसरे चरण में जिले के प्रतापगंज प्रखंड से

By JagranEdited By: Publish:Fri, 17 Sep 2021 12:41 AM (IST) Updated:Fri, 17 Sep 2021 12:41 AM (IST)
सुबह होते ही मतदाताओं के दलान पर पहुंच रहे उम्मीदवार
सुबह होते ही मतदाताओं के दलान पर पहुंच रहे उम्मीदवार

संवाद सूत्र, प्रतापगंज (सुपौल): पंचायत चुनाव का वक्त है। दूसरे चरण में जिले के प्रतापगंज प्रखंड से 29 सितंबर को मतदान की तिथि निर्धारित है। चुनाव आयोग के निर्देश के आलोक में चुनाव के कार्यों को संपन्न किया जा रहा है। इस बार चुनाव कई मायने में पूर्व के चुनाव की तुलना में काफी चर्चा में है। ऐसे में प्रत्याशियों व उनके करीबी लोगों के दलानों पर चुनावी चर्चा जोर पकड़ने लगी है। चुनाव की चर्चाएं करना भी लाजिमी है। 29 सितंबर को चुनाव संपन्न हो जाएगा। जैसे-जैसे समय बीतता जा रहा है, वैसे-वैसे चुनाव की तिथि नजदीक होती जा रही है। नए-नए आंकड़े, चुनावी मैदान में आए नए-नए चेहरे की चर्चाएं चाय की चुस्की व पान का बीड़ा चबाचबा कर किसकी जीत-किसकी हार, कौन से प्रत्याशी किसको टक्कर देने में सफल रहेगा, किसके चुनाव मैदान में आने से किसे कितना लाभ व कितना नुकसान होना है। यहां तक कि कौन प्रत्याशी कितने मतों से जीतने जा रहा है, इसका दावा भी प्रत्याशी के समर्थकों को करने में कोई संकोच नहीं होता दिख रहा है। गांवों में ऐसे कोई एक दलान सिर्फ प्रत्याशियों का ही नहीं होता है, जहां इतनी ही बातें होकर रह जाए। मतदाताओं का अपना भी दलान है, जहां हर आने जाने प्रत्याशी व उनके समर्थक को जीत का भरोसा दिला कर विदा करते रहने का सिलसिला जारी है। चाय-पान तो आम बात है। प्रत्याशियों के द्वारा दूसरे दलान पर पहुंचते ही आसपास के लोग भी इकट्ठा हो जाते हैं। जहां पहुंचे प्रत्याशी अपना गुणगान सुनाकर चलते बनते हैं। फिर उन्हें दूसरे दलान भी जाना है। चूंकि समय कम है, जाना है अधिक जगह। प्रत्याशी के उठकर जाते ही दलान पर बैठे लोग प्रत्याशी के किए गुणगान की समीक्षा करने में जमकर दिलचस्पी लेते दिखते है। स्थिति ऐसी बनती जा रही है कि प्रत्याशी दलाने-दलान फिर रहे हैं। कल तक बेचारे बनकर रहने वाले मतदाता के समक्ष आज प्रत्याशी बेचारा बने फिर रहे हैं। दलाने-दलान उपस्थिति दर्ज करते देखे जा रहे हैं। हालांकि अधिकांश मतदाता अपने-अपने पक्ष के प्रत्याशियों के पक्ष में मतदान करने का मन भी बना चुके है। बावजूद इसके सभी प्रत्याशियों को जीत का हसीन सपना दिखाने से बाज नहीं आ रहे हैं। इंतजार है तो सिर्फ मतदान का।

chat bot
आपका साथी