विधि-व्यवस्था संधारण में सबका सहयोग अपेक्षित
संवाद सूत्र, छातापुर(सुपौल): मुहर्रम को लेकर थाना परिसर में शांति समिति की बैठक हुई। एसडीओ एस जेड हस
संवाद सूत्र, छातापुर(सुपौल): मुहर्रम को लेकर थाना परिसर में शांति समिति की बैठक हुई। एसडीओ एस जेड हसन व एसडीपीओ गणपति ठाकुर की उपस्थिति आयोजित बैठक में थाना क्षेत्र के जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया। मुहर्रम पर्व को शांति और सुरक्षा के बीच संपन्न कराने को लेकर विचार-विमर्श किया गया। बैठक में इंस्पेक्टर राजेश कुमार, बीडीओ रितेश कुमार सिह, थानाध्यक्ष अभिषेक अंजन, बीपीआरओ माधवेंद्र कुमार व थानाक्षेत्र के गणमान्य व जनप्रतिनिधि शामिल थे। एसडीओ ने उपस्थित लोगों से मुहर्रम पर्व के आयोजन को सफल बनाने हेतु सुझाव लिया। साथ ही गतवर्ष की भांति कोविड-19 के कारण सरकार के द्वारा जारी दिशा-निर्देशों से अवगत कराया गया। कहा कि दिशा-निर्देश के अनुसार मुहर्रम के दिन जुलूस के लिए लाइसेंस निर्गत नहीं किया जाएगा और न ही भीड़ इकट्ठा करने की इजाजत रहेगी। मौजूद लोगों से अपने गांव और घरों पर रहकर ही पर्व मनाने की अपील की गई। कहा कि किसी भी पर्व या त्योहार को शांति और सौहार्द के बीच संपन्न कराने की जिम्मेवारी पुलिस प्रशासन की ही नहीं बल्कि जनप्रतिनिधि व गणमान्य लोगों की भी है। इसलिए विधि-व्यवस्था संधारण के लिए आपसबों का सहयोग अपेक्षित है। कहा कि जिस तरह श्रावणी मास होने बावजूद भी सभी शिवालय में दंडाधिकारी प्रतिनियुक्त कर ताला लगा दिया गया। उसी तरह शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए पर्याप्त संख्या में दंडाधिकारी व पुलिस पदाधिकारी के साथ सशस्त्र बलों की चिन्हित स्थलों पर तैनाती की जाएगी पर्व मनाने के दौरान शांति भंग नहीं हो इसके लिए असामाजिक गतिविधि व तत्वों पर पैनी नजर रहेगी ताकि वैसे तत्वों के विरुद्ध त्वरित कार्रवाई की जा सके। कहा कि बीते वर्ष रामपुर पंचायत के इंदरपुर में असामाजिक तत्व के द्वारा पर्व में शांति भंग करने की कोशिश की गई थी। पुलिस प्रशासन से वैसे व्यक्ति को चिन्हित कर खलल डालने वाले असामाजिक तत्वों पर 107 के तहत करवाई होगी। मुस्लिम समुदाय के लोगों से अपील किया कि अखाड़े का आयोजन नहीं किया जाए। इमामबाड़ा में रोशनी की व्यवस्था की जाए लेकिन भीड़ एकत्रित नहीं किया जाए। जुलूस की शक्ल में कर्बला मैदान नहीं जाएं। बैठक के दौरान लोगों ने कहा कि थानाक्षेत्र में सौहार्दपूर्ण माहौल में किसी भी पर्व या त्योहार को मनाने का इतिहास रहा है। मौके पर शालीग्राम पांडेय, फेकनारायण मंडल, सुकदेव भगत, उपेंद्र प्रसाद सिंह, मु हसन अंसारी, सरयुग प्रसाद मंडल, सुशील कुमार मंडल, मजहरूल हक, करीमन साफी, रघुर, केशव कुमार गुड्डू, अमरेन्द्र नारायण सिंह मुन्ना, शंभू सिंह, अकिल अहमद, गौरीशंकर भगत मकसुद मसन, शिवलाल यादव, विरेंद्र मंडल, शिवकुमार, मु जहांगीर, अनारचंद सरदार, जयनारायण शर्मा आदि मौजूद थे।