हौसले को सलाम::::: कोरोना को घुटनों के बल लाने के लिए मैदान में डटी है बबिता

जागरण संवाददाता सुपौल कोरोना की छिड़ी जंग में नर्सिंग स्टाफ जोश जुनून व जज्बे के साथ मोचा

By JagranEdited By: Publish:Thu, 03 Jun 2021 06:42 PM (IST) Updated:Thu, 03 Jun 2021 06:42 PM (IST)
हौसले को सलाम::::: कोरोना को घुटनों के बल लाने के लिए मैदान में डटी है बबिता
हौसले को सलाम::::: कोरोना को घुटनों के बल लाने के लिए मैदान में डटी है बबिता

जागरण संवाददाता, सुपौल: कोरोना की छिड़ी जंग में नर्सिंग स्टाफ जोश, जुनून व जज्बे के साथ मोर्चा संभाले हुए हैं। इस जंग में सुपौल जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, बसंतपुर में पदस्थापित एएनएम बबिता कुमारी भी एक ऐसी योद्धा है जो दिन-रात मरीजों की सेवा कर कोरोना को घुटनों के बल लाने के लिए मैदान में डटी हुई है। वह पिछले साल से ही कोरोना की लड़ाई में योगदान दे रही है बावजूद उसका हौसला कम नहीं हुआ है। बबीता कोरोना की पहली लहर में पहले तो कंट्रोल रूम में ड्यूटी निभाई और फिर आइसोलेशन वार्ड में मरीजों की सेवा में जुट गई। कोरोना की दूसरी लहर में भी कंट्रोल रूम का कार्य देख रही थी लेकिन उसके बाद उसकी ड्यूटी होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों के देखभाल में लगा दी गई जहां वह मरीजों की थर्मल स्क्रीनिग, ऑक्सीजन लेवल मापने सहित अन्य कार्य करती थी। इस दौरान वह मरीजों का मनोबल भी बढ़ाती थी। फिलहाल वह वैक्सीनेशन के कार्य में जुटी हुई है। बबिता का कहना है कि मेरे लिए मानव सेवा सर्वोपरि है। कोविड का दौर हो या कोई और समय हम मरीज की सेवा में तत्पर रहते हैं। हिम्मत के साथ डटकर कोविड नियमों का पालन करते हुए मरीजों की सेवा कर रही हूं। हम अपने काम में लगे हुए हैं और महामारी के खिलाफ डटकर खड़े हुए हैं। कहा कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में काफी चुनौतियां रही और इन चुनौतियों ने नर्सों की जिम्मेदारी बढ़ा दी है। ड्यूटी के दौरान कोरोना संक्रमित मरीजों का उत्साहव‌र्द्धन और उनका मनोबल भी बढ़ाती रही। कहा कि कई बार मानसिक एवं अन्य विषम परिस्थितियों का सामना भी करना पड़ा लेकिन कोरोना को हराने के जुनून में सब को पीछे छोड़ता गया। कहा कि समाज व राष्ट्र के प्रति जो दायित्व है उसका निर्वहन ईमानदारी के करनी चाहिए। जिस तरह हर कोई एक जुट हो कर लड़ाई लड़ रहा है निश्चित तौर पर कोरोना हारेगा और देश जीतेगा।

chat bot
आपका साथी