नागरिकता संशोधन विधेयक का किया विरोध
किसी जमाने में बलुआ में करोड़ों की लागत से लगभग 11 एकड़ जमीन में कोसी कॉलोनी का निर्माण कराया गया था। उद्देश्य था कि इस क्षेत्र के किसानों को सिचाई का पानी नहरों के द्वारा उनके खेतों तक पहुंचाया जा सके। किसान ससमय अपने खेतों की सिचाई कर सके। साठ के दशक में जब बलुआ पंचायत के विशनपुर गुलामी वार्ड 09 में कोसी कॉलोनी की स्थापना की गई तब लगभग 1300 कर्मचारी एवं जेई एसडीओ की भी पदस्थापना की गई थी। सन 1957 में आई एक भयंकर तूफान
जागरण संवाददाता, सुपौल: नागरिकता (संशोधन) विधेयक बिल-2019 को वापस लेने के बाबत कारवां अमनो इंसाफ, मुम्बई की सुपौल शाखा के बैनर तले सुपौल जिले के मुसलमानों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम एक ज्ञापन जिलाधिकारी को प्रेषित किया है। प्रेषित ज्ञापन में कहा गया है कि उक्त बिल कैबिनेट द्वारा पास कर दी गई है। इस बिल को लेकर देश के नागरिक विशेष कर मुस्लिम समुदाय में बेचैनी पाई जा रही है। यह बिल संविधान के आर्टिकल 14 के मूल भावना के विरोध में है। इस बिल के माध्यम से मुस्लिमों को छोड़कर बाकी सारे समाज के लोग जो पाकिस्तान, अफगानिस्तान व बंगलादेश सहित अन्य देश से भारत आये हैं उन्हें नागरिकता मिल जाएगी। यह बिल बाहर देशों के लोगों को भारत में आने और नागरिकता पाने के लिए प्रोत्साहित करता है। यह बिल धर्म के नाम पर नागरिकता प्रदान करने की बात करता है जो संविधान के मूल भावना के विरोध में है। तत्काल इस बिल को वापस लिया जाय अन्यथा यह संगठन बड़ा आंदोलन करेगा। आवेदन प्रेषित करने वालों में आफताब आलम, मुफ्ती नेहाल नदवी, मुफ्ती जियाउद्दीन काजमी, मो.जमालउद्दीन, मौलाना सलीम, सादिक अली, साजीर हुसैन, मो.जाहीर, मो.इस्लाम, मो.कमालउद्दीन, शाकीब इकबाल, आफताब आलम, अख्तर हुसैन, मो.कमाल, मो.वसी, मौलाना अकबर, मौलाना जियाउर्रहमान, मो.कासीम, मो.तनवीर, मो.जुबेर, मो.सोएब, मो.दानिश, मो.मंजर, मो.मुज्जील, मो.सनोव्वर सहित अन्य शामिल थे।