भगैत महासभा में जिला सम्मेलन को लेकर हुई चर्चा

रविवार की सुबह 12 वीं के सैकड़ों छात्र सड़क पर उतर आए और सुपौल-सरायगढ़ हाइवे 327 ई को डिग्री कालेज के निकट जाम कर दिया और कालेज प्रशासन के विरुद्ध जमकर नारेबाजी करने लगे। छात्रों का कहना था कि वे इस सत्र में बारहवीं की बोर्ड देने वाले हैं। बोर्ड परीक्षा से पूर्व कॉलेज प्रशासन द्वारा हमलोगों की एक टेस्ट परीक्षा ली जानी है। लेकिन निधार्ररित समय में कॉलेज में न तो कोई उपलब्ध है और न ही कोई इस संदर्भ में कुछ बताने वाला है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 20 Oct 2019 07:27 PM (IST) Updated:Mon, 21 Oct 2019 06:18 AM (IST)
भगैत महासभा में जिला सम्मेलन को लेकर हुई चर्चा
भगैत महासभा में जिला सम्मेलन को लेकर हुई चर्चा

जागरण संवाददाता सुपौल: प्रखंड अंतर्गत माँ वन दुर्गा मंदिर परिसर हरदी दुर्गा स्थान में रविवार को अखिल भारतीय लोकगाथा भगैत महासभा के तत्वावधान में छमाही बैठक आयोजित की गई। बैठक में सर्वसम्मति से जिला सम्मेलन हेतु लाउढ पंचायत अन्तर्गत कुम्हेट ग्राम में 06 मार्च 2020 को ध्वजारोहण करने का निर्णय लिया गया। वार्षिक सभापति घिनाय यादव की अध्यक्षता में आयोजित बैठक को संबोधित करते हुए महासभा प्रवक्ता डॉ. अमन कुमार ने कहा कि बाबा धर्मराज, खेदन महाराज, ज्योति पंजियार, संत कारू खिरहरी, बाबा विशु राउत, बेनी जियार, दिना भद्री, कृष्णा राम, सोनाय महाराज, कैल दास, राजा सलहेस, चिल्का महाराज, घोघन महाराज, उगरी महाराज, गणिनाथ बाबा, गरीबन बाबा आदि के जीवनगाथा पर आधारित पुस्तक लोकदेवता का विमोचन भी जिला सम्मेलन में होगा। सम्मेलन में बिन्दुवार विशेषज्ञों द्वारा बाबा धर्मराज की गाथा और सनातन धर्म का वर्णन किया जाएगा। सामाजिक कुरीति और धार्मिक आडम्बर को ़खत्म करने की दिशा में सम्मेलन में विशेष पहल किए जाएँगे। कहा कि भगैत सम्पूर्ण समाज की धरोहर है। संस्कृति ही किसी समाज और देश का प्राण है। भगैत भारतीय संस्कृति व सभ्यता का सबसे बड़ा दर्शन है। यह सांप्रदायिक सौहार्द का सबसे बड़ा उदाहरण है। भगैत के महानायक बाबा धर्मराज हैं। इसकी मूल भावना वसुधैव कुटुंबकम् के पवित्र उद्देश्य पर आधारित है। अर्थात सभी सुखी हो, सबका कल्याण हो, किसी को भी दु:ख प्राप्त न हो। ऐसी ही भावना और विचारों को भगैत के माध्यम से जन-जन में पहुँचाने का कार्य धर्मराज भक्त करते हैं। यह दुर्भाग्य है कि सभी क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले को राज्य सरकार और केन्द्र सरकार के सर्वोच्च सम्मान दिए जाते हैं। लेकिन धर्म की सु²ढ़ता और कम पढ़े-लिखे लोगों के बीच सत्य का प्रचार-प्रसार करने वाले बाबा धर्मराज भक्त को नजरअंदाज किया जा रहा है। इसपर सरकार को अमल करना चाहिए। बैठक में वार्षिक सभापति घिनाय यादव, सचिव भुवनेश्वर प्रसाद यादव, चंदेश्वरी यादव, उपसभापति अनंत लाल यादव, परमेश्वरी यादव, कोषाध्यक्ष रघुनंदन यादव, लक्ष्मी यादव, लाउढ पंचायत मुखिया मालाधारी जयप्रकाश यादव, मासिक सभापति गजेन्द्र प्रसाद यादव, यदुनंदन यादव, रामखेलावन यादव, कदमलाल यादव, महेश्वरी प्रसाद यादव, रामचंद्र यादव, सुरेंद्र यादव, खट्टर यादव, फुलेन्द्र यादव, रामप्रसाद यादव, बाबूजी यादव, अजय यादव, बिन्देश्वरी मंडल, राधे मेहता, अशोक यादव, बुच्ची मेहता, शम्भू यादव, फुलेन्द्र यादव, नागेश्वर प्रसाद यादव, सत्यदेव यादव, गणेश यादव, दुखा यादव, चंद्रकिशोर यादव, अरुण प्रसाद यादव, सुशील कुमार ठाकुर, संतोष यादव आदि उपस्थित थे।

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