बलराम सिंह के निधन के साथ हो गया संघर्ष की राजनीति के युग का अंत

संवाद सूत्र, जदिया (सुपौल) : सुपौल जिला के प्रथम जिला परिषद अध्यक्ष व पूर्व विधान पार्षद कोरियापट्टी

By JagranEdited By: Publish:Thu, 09 Sep 2021 06:35 PM (IST) Updated:Thu, 09 Sep 2021 06:35 PM (IST)
बलराम सिंह के निधन के साथ हो गया संघर्ष की राजनीति के युग का अंत
बलराम सिंह के निधन के साथ हो गया संघर्ष की राजनीति के युग का अंत

संवाद सूत्र, जदिया (सुपौल) : सुपौल जिला के प्रथम जिला परिषद अध्यक्ष व पूर्व विधान पार्षद कोरियापट्टी निवासी बलराम सिंह यादव का बुधवार की रात त्रिवेणीगंज स्थित अपने आवास पर निधन हो गया। उनका इलाज दिल्ली में चल रहा था। उनके निधन पर क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। शोक व्यक्त करनेवालों ने कहा कि इनके जाने के साथ ही संघर्ष की राजनीति के युग का अंत हो गया। क्षेत्र ने जहां एक कुशल राजनीतिज्ञ को खो दिया वहीं समाज की पिछली पंक्ति में खड़ी बड़ी आबादी ने उनकी आवाज बुलंद करनेवाले झंडाबरदार को खो दिया है। वे अपने पीछे एक पुत्र व दो पुत्रियों का भरा-पूरा परिवार छोड़ गए हैं।

उनको जानने वाले बताते हैं कि बचपन से ही वे जुझारू थे इसलिए छात्र जीवन में उन्होंने संघर्ष को आधार बनाकर राजनीति में कदम रखा था। वे सलखुआ उच्च विद्यालय में शिक्षक के पद पर कार्यरत थे और वहां अपने पद से इस्तीफा देकर कम्युनिस्ट पार्टी में शामिल हुए। 1978 से 2000 तक वे कोरियापट्टी के मुखिया रहे। 2001 में पहली बार वे जिला परिषद क्षेत्र संख्या 25 से चुनाव जीते तथा सुपौल जिला परिषद के पहले अध्यक्ष चुने गए। 2003 में वे विधान पार्षद के तौर पर विधान परिषद पहुंचे। जीवन पर्यंत वे माकपा राज्य कमेटी के सदस्य तथा बिहार राज्य किसान सभा के राज्य उपाध्यक्ष रहे। बीमार रहते हुए 04 सितंबर को गाजियाबाद बोर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन में अपनी उपस्थिति दर्ज कराकर राजनीतिक सक्रियता का परिचय दिया। सर गंगाराम हास्पिटल दिल्ली से इलाज करवाकर लौटने के बाद त्रिवेणीगंज स्थित अपने आवास पर स्वास्थ्य लाभ कर रहे थे कि बुधवार की रात उनकी मृत्यु हो गई। गुरुवार को उनके पार्थिव शरीर को कोरियापट्टी लाया गया जहां उनके अंतिम दर्शन को क्षेत्र के जनप्रतिनिधि समेत आमलोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। उनके अंतिम संस्कार में काफी संख्या में लोग शामिल हुए।

उनका अंतिम संस्कार कोरियापट्टी स्थित हास्पिटल मैदान में किया गया। यहां जगह को लेकर थोड़ा व्यवधान उत्पन्न हुआ जिसे जनप्रतिनिधियों की मध्यस्तता से दूर कर अंतिम संस्कार किया गया। माकपा नेता व कोरियापट्टी पंचायत के पूर्व मुखिया राजेश कुमार ने बताया कि प्रशासन द्वारा सम्मान नहीं दिया गया। वे इस मामले को लेकर कोर्ट जाएंगे। यहां मुख्य रूप से रामपरी यादव, अवधेश कुमार, बिनोद कुमार, रणधीर यादव, राजेश यादव, एमके निराला आदि मौजूद थे।

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