भारतीय क्रांति के महानायक थे चारु मजूमदार
संवाद सूत्र त्रिवेणीगंज (सुपौल) प्रखंड मुख्यालय स्थित धर्मशाला में बुधवार को भाकपा माले के बैनर
संवाद सूत्र, त्रिवेणीगंज (सुपौल): प्रखंड मुख्यालय स्थित धर्मशाला में बुधवार को भाकपा माले के बैनर तले चारु मजूमदार के शहादत दिवस पर संकल्प सभा का आयोजन किया गया। इसकी अध्यक्षता दुर्गी सरदार ने की। इसमें वक्ताओं ने मजूमदार को भारतीय क्रांति का महानायक बताया।
जिला सचिव जयनारायण यादव ने कहा कि चारु मजूमदार सबसे पहले स्वप्नद्रष्टा थे। उन्होंने भारतीय क्रांति की सही लाइन को सूत्रबद्ध किया और नये भारत के निर्माण के लिए मजदूर-किसानों के साथ-साथ छात्र-नौजवानों का आह्वान किया था। उनके पहले भारतीय समाज में बदलाव को लेकर एक उदासीनता थी, उन्होंने उस उदासीनता को तोड़ा और राजनीतिक व सामाजिक बदलाव के रास्ते को प्रशस्त किया। मोदी सरकार द्वारा जो दमन हो रहा है, यह अंग्रेजों से भी ज्यादा है। नागरिकता कानून में भेदभावपूर्ण संशोधन को वापस लेने, विनाशकारी कृषि कानूनों को रद करने, नये श्रम कानूनों को रद करने, श्रम अधिकारों की गारंटी करने, निजीकरण और महंगाई पर रोक लगाने, मजदूरी बढ़ाने और रोजगार के अवसर पैदा करने, कोविड से हुई मौतों का मुआवजा देने, सबके लिए शिक्षा व स्वास्थ्य की गारंटी करने की मांगें इस समय की मूल लोकतांत्रिक मांगें हैं।
जिला कमेटी के सदस्य अमित चौधरी ने कहा कि चारु मजुूमदार ने कहा था कि जनता का स्वार्थ ही पार्टी का स्वार्थ है, हम गोली से मरेंगे भूख से नहीं। वे हमें लगातार संघर्ष करने की प्रेरणा देते हैं। अच्छेलाल मेहता ने कहा कि यह लगातार दूसरा साल है कि जब हम कोविड-19 महामारी और इसके चलते लगे तमाम प्रतिबंधों का सामना कर रहे हैं। इस दौरान हमने अपने कई साथियों को खो दिया है, उन्हें याद करते हुए हमें अपनी लड़ाई को तेज करनी होगी। सभा में रामदेव यादव, ललन यादव, राजदेव यादव, छट्ठू यादव, नवीन यादव, भोली यादव, अरुण शर्मा, अरविद यादव, गीता देवी, सीता देवी, रुद्री देवी, नवीन यादव आदि मौजूद थे।