28 से खुलेंगे माध्यमिक विद्यालय, बदला-बदला होगा नजारा
सुपौल। करीब छह माह बाद 28 सितंबर से नौवीं से 12 करीब छह माह बाद 28 सितंबर से नौवीं से 12 वीं तक की कक्षा के विद्यार्थियों के लिए स्कूल खुलेंगे। करीब छह माह बाद 28 सितंबर से नौवीं से 12 वीं तक की कक्षा के विद्यार्थियों के लिए स्कूल खुलेंगे।
सुपौल। करीब छह माह बाद 28 सितंबर से नौवीं से 12 वीं तक की कक्षा के विद्यार्थियों के लिए स्कूल खुलेंगे।
विद्यालय जब खुलेंगे तो यहां का माहौल बदला-बदला सा दिखेगा। सबसे महत्वपूर्ण बात यह होगी कि पहले की तरह न ही बच्चों की भीड़ होगी और ना ही शिक्षक समूह में दिखाई देंगे। इसके अलावा बच्चों से लेकर शिक्षक सभी मास्क में होंगे।
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छह माह बाद खुलेंगे स्कूल
दरअसल कोरोना संक्रमण के कारण करीब छह माह बाद 9 से 12 वीं कक्षा वाले विद्यालयों में 28 सितंबर से कक्षा लगेगी। विद्यालय बंद रहने के कारण काफी लंबे दिनों से विद्यालयों में सन्नाटा पसरा था। यह सन्नाटा तो टूटेगा, लेकिन शर्तो के साथ। विद्यालयों में कुल नामांकन का एक तिहाई बच्चे ही स्कूल पहुंचेंगे और 50 फीसद शिक्षक ही स्कूल में मौजूद रहेंगे। इसके अगले दिन शेष 50 फीसद शिक्षक उपस्थित होंगे। इसी तरह एक दिन में महज एक तिहाई बच्चे ही स्कूल पहुंचेंगे। एक बच्चे को सप्ताह में दो दिन ही कक्षा में शामिल होने का मौका मिलेगा। शिक्षक व बच्चे दोनों को संक्रमण की रोकथाम के लिए बनाए गए नियम-कायदे का भी पालन करना होगा। विद्यालयों का सैनिटाइजेशन अनिवार्य होगा और शिक्षक एवं छात्र को मास्क पहनना अनिवार्य होगा। इसके अलावा शारीरिक दूरी का भी पालन करना होगा।
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बच्चों व अभिभावकों में देखी जा रही खुशी
सरकार द्वारा स्कूल खोले जाने के फैसले से बच्चे समेत अभिभावकों में खुशी देखी जा रही है। खासकर बच्चों में खुशी इस बात को लेकर है कि प्रोन्नति के बाद उनके लिए यह पहला मौका होगा, जब वे विद्यालयों में पढ़ाई करेंगे। इसके अलावा उन्हें लग रहा है कि यदि शेष बचे दिनों में भी पढ़ाई ठीक ढंग से हो तो फिर सिलेबस को पूरा कर लिया जाएगा। इधर अभिभावक भी बच्चों के लंबे समय से घर पर बैठे रहने के कारण अब उन्हें लग रहा है कि विद्यालयों में पढ़ाई शुरू हो जाने से बच्चे पढ़ेंगे। हालांकि सरकार द्वारा पहले भी ऑनलाइन पढ़ाई की व्यवस्था की गई थी, परंतु संसाधनों के अभाव में कई ऐसे बच्चे थे जो इस व्यवस्था से वंचित थे।
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छोटे बच्चे को अभी करना होगा इंतजार
प्राथमिक व मध्य विद्यालय के बच्चों को स्कूल में पढ़ाई के लिए अभी इंतजार करना होगा। कोरोना के प्रभाव से छोटे बच्चे को बचाए रखने के मद्देनजर सरकार ने अभी इन विद्यालयों को बंद रखा है जिससे प्रारंभिक स्कूलों के बच्चे को स्कूल पढ़ाई के बजाय उन्हें ऑनलाइन पढ़ाई से ही संतोष करना पड़ेगा।
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कोट..
माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों को खोलने से पहले सरकार द्वारा निर्धारित मापदंड का शत-प्रतिशत पालन करना होगा। इसमें किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसके लिए लगातार विद्यालयों की मॉनीटरिग की जाएगी।
सुरेंद्र कुमार, जिला शिक्षा पदाधिकारी
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