खंडहर में तब्दील हुआ अर्द्धनिर्मित भवन, 15 साल पहले रखी गई थी आधारशिला
प्रतापगंज बाजार स्थित एक मात्र एसवीके बालिका प्लस टू उच्च विद्यालय को 2003-04 में सांसद मद से पारित योजना के तहत निर्मित दो कमरे के भवन को आज तक छत नसीब नहीं हो सकी है।
सुपौल। प्रतापगंज बाजार स्थित एक मात्र एसवीके बालिका प्लस टू उच्च विद्यालय को 2003-04 में सांसद मद से पारित योजना के तहत निर्मित दो कमरे के भवन को आज तक छत नसीब नहीं हो सकी है। उस वक्त यह विद्यालय प्लस टू के रूप में उत्क्रमित नहीं हुआ था। तत्कालीन सांसद ने विद्यालय में छात्राओं की उपस्थिति और वर्ग कक्ष की परेशानी को देखते हुए अपने सांसद निधि से दो कमरे का मकान बनवाने की घोषणा की। विभागीय प्रक्रिया पूरी हुई और सांसद मद से 2 लाख 67 हजार की प्राक्कलित राशि को स्वीकृति प्रदान की गई। अभिकर्ता द्वारा भवन निर्माण कार्य प्रारंभ किया गया लेकिन हकीकत है कि मकान लिटर लेवल से ऊपर नहीं उठ सका। सांसद का कार्यकाल पूरा हुआ लेकिन मकान का कार्य जस का तस पड़ा रह गया। प्रतापगंज के लोगों को फिर नए सांसद से आस जगी। लोगों के मुताबिक नए सांसद द्वारा आश्वासन भी मिलता रहा लेकिन उक्त मद की राशि प्रखंड कार्यालय नहीं पहुंच सकी। विभागीय सूत्रों के अनुसार पूर्व की स्वीकृत राशि में से लगभग आधी राशि प्रखंड को उपलब्ध कराई गई थी। स्थिति ऐसी है कि इतने वर्षों के इंतजार बाद अधूरा मकान खंडहर में तब्दील हो गया। अब यह विद्यालय प्रबंधन के लिए गले की हड्डी साबित हो रहा है। इसे विद्यालय प्रबंधन न तो अन्य मद से बनवा सकता है और ना ही तुड़वा सकता है। एक तो उक्त विद्यालय के पास जमीन की उपलब्धता काफी कम है। बावजूद इसके उक्त भवन का निर्माण कराया गया था। खंडहर में तब्दील अर्द्धनिर्मित भवन के कारण अन्य योजना से आवंटित राशि के रहते भी पर्याप्त जगह नहीं हो पाने की स्थिति में नए भवन का निर्माण भी संभव नहीं हो पा रहा है। इतना ही नहीं अन्य मद से भी विद्यालय को भवन नसीब हुआ है।