सुपौल में भरे जाएंगे सड़कों के गड्ढ़े, यातायात नियमों के उल्लंघन पर कटेगा ई चालान

सुपौल में भरे जाएंगे सड़कों के गड्ढ़े यातायात नियमों के उल्लंघन पर कटेगा ई चालान

By JagranEdited By: Publish:Tue, 22 Jun 2021 07:01 PM (IST) Updated:Tue, 22 Jun 2021 07:01 PM (IST)
सुपौल में भरे जाएंगे सड़कों के गड्ढ़े, यातायात नियमों के उल्लंघन पर कटेगा ई चालान
सुपौल में भरे जाएंगे सड़कों के गड्ढ़े, यातायात नियमों के उल्लंघन पर कटेगा ई चालान

सुपौल। समाहरणालय स्थित टीसीपी भवन में जिलाधिकारी महेंद्र कुमार की अध्यक्षता में सड़क सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में सड़क सुरक्षा से जुड़े विभिन्न बिदुओं पर विचार-विमर्श किया गया। डीएम ने सड़कों के गड्ढ़े भरने के निर्देश दिए। कहा, यातायात नियमों के उल्लंघन पर कटेगा ई चालान करें तथा पेट्रोल पंप का ट्रेड लाइसेंस निर्गत करते समय प्रदूषण जांच केंद्र की स्थापना पेट्रोल पंप पर ही किया जाना सुनिश्चित करें। उसके बाद ही ट्रेड लाइसेंस निर्गत करें।

बताया गया कि कोरोना महामारी के कारण इस वर्ष सड़क दुर्घटना में मृतकों की संख्या में कमी आई है। अब जबकि बारिश ने दस्तक दे दी है तो ऐसे में सड़क दुर्घटना में बढ़ोतरी होने की संभावना बढ़ गई है। वर्षा के कारण सड़क में बनने वाले गड्ढों की मरम्मत करने पर जोर दिया गया। बैठक में बताया गया कि मोटर वाहन चालक प्रशिक्षण संस्थान प्रोत्साहन योजना के तहत जिले में जय शिव कंट्रक्शन का चयन किया गया है। जिलाधिकारी ने मोटरयान निरीक्षक को निर्देश देते हुए कहा कि जल्द से जल्द मोटर वाहन प्रशिक्षण स्कूल का प्रारंभ करना सुनिश्चित करें। जिला परिवहन पदाधिकारी के द्वारा बताया गया कि वर्तमान में सभी परिवहन तंत्र के सक्षम पदाधिकारियों द्वारा तीन हैंड हेड डिवाइस के माध्यम से यातायात उल्लंघन करने वाले के विरुद्ध ई-चलान निर्गत किया जाता है। उन्होंने बताया कि आने वाले समय में पुलिस पदाधिकारी को भी यह डिवाइस देने का प्रस्ताव है। जिस पर जिलाधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया कि जिला परिवहन पदाधिकारी अपने स्तर से स्थान चिन्हित करते हुए एक स्थान पर कम से कम 3 दिन यातायात उल्लंघन के विरुद्ध ई-चालान निर्गत करें। बैठक में बताया गया कि जिला के सभी 11 प्रखंडों में से 8 प्रखंड में कुल 18 प्रदूषण जांच केंद्र क्रियाशील हैं। परंतु मरौना, सरायगढ़ भपटियाही एवं छातापुर में अभी तक प्रदूषण जांच केंद्र नहीं खोला जा सका है। जिस पर जिलाधिकारी ने निर्देश देते हुए कहा कि जिन प्रखंडों में प्रदूषण जांच केंद्र नहीं हैं वहां पर व्यापक रूप से प्रचार प्रसार करना सुनिश्चित करें।

जिला परिवहन पदाधिकारी ने बताया कि जिले में गहन रूप से वाहन चेकिग चलाया गया है। जिसका प्रतिफल रहा कि वर्ष 2020-21 में परिवहन तंत्र एवं पुलिस पदाधिकारी द्वारा 167.54 लाख की राशि जुर्माने के तौर पर वसूली संभव हो पाई है। बैठक में पुलिस अधीक्षक द्वारा बताया गया कि महावीर चौक पर अक्सर टोटो लगे रहने के कारण जाम की समस्या बनी रहती है। इसके लिए स्टेंड एवं रूट का चयन किया जाना अनिवार्य है। जिस पर जिला पदाधिकारी ने कार्यपालक पदाधिकारी नगरपरिषद, अनुमंडल पदाधिकारी सुपौल को ऑटो संघ के साथ बैठक कर स्टेंड अथवा रूट का चयन करने को कहा गया। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि वाहन दुर्घटना के केस में ड्राइविग लाइसेंस रद्द करने का निर्णय लिया जाए। ताकि यह संदेश जाए कि सड़क दुर्घटना होने पर लाइसेंस रद्द किया जाता है। जिलाधिकारी ने सिविल सर्जन को निर्देश देते हुए कहा कि रेफरल अस्पताल सिमराही एवं सरायगढ़ भपटियाही में ट्रामा सेंटर खोलने के पक्ष में कार्यवाही सुनिश्चित करें। फिलहाल जिले में ट्रामा सेंटर की संख्या शून्य है। कहा कि जिले में एलएस एंबुलेंस की संख्या 2 है, डीएलएफ एंबुलेंस की संख्या 30 है। इसके अलावा मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना के तहत सभी प्रखंडों में दो-दो भरे जाएंगे सड़कों के गड्ढ़े, यातायात नियमों के उल्लंघन पर कटेगा ई चालानएंबुलेंस क्रय करने पर सरकार द्वारा 2 लाख का अनुदान दिया जाता है। इसके तहत जिले में 22 एंबुलेंस की खरीद की जाएगी। ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में दुर्घटना या मरीज को परिवहन व्यवस्था मिल सके। बैठक से एनएचएआई मधेपुरा के अधिकारी तथा प्रवर्तन अवर निरीक्षक के अनुपस्थित रहने पर उनसे स्पष्टीकरण पूछने का निर्देश दिया गया। इसके अलावा बैठक में कई अन्य महत्वपूर्ण बिदुओं पर भी विचार-विमर्श किया गया।

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