सुपौल : सड़क निर्माण में बरती गई थी अनियमितता, जांच में हुआ उजागर

एनएच 327 ई. से जनता रोड वंशी चौक होते हुए मेला ग्राउंड तक बनाई गई सड़क के निर्माण में अनियमितता बरती गई थी। जिलाधिकारी के द्वारा गठित दो सदस्यीय जांच टीम ने बुधवार की शाम सड़क की जांच की।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 02 Sep 2021 06:00 PM (IST) Updated:Thu, 02 Sep 2021 06:00 PM (IST)
सुपौल : सड़क निर्माण में बरती गई थी अनियमितता, जांच में हुआ उजागर
सुपौल : सड़क निर्माण में बरती गई थी अनियमितता, जांच में हुआ उजागर

ेसुपौल। एनएच 327 ई. से जनता रोड वंशी चौक होते हुए मेला ग्राउंड तक बनाई गई सड़क के निर्माण में अनियमितता बरती गई थी। जिलाधिकारी के द्वारा गठित दो सदस्यीय जांच टीम ने बुधवार की शाम सड़क की जांच की। इस दौरान सड़क के कई हिस्सों से सैंपल लिए गए। जांच टीम में पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता योगेंद्र कुमार और एसडीओ एसजेड हसन शामिल हैं। जांच टीम ने प्रथमदृष्टया माना कि सड़क निर्माण में गुणवत्ता का ख्याल नहीं रखा गया है।

बता दें कि मुख्यमंत्री ग्रामीण पथ अनुरक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत बा•ार के एनएच 327 ई. से जनता रोड, वंशी चौक होते हुए मेला ग्राउंड तक 68 लाख 18 ह•ार 345 लाख रुपये की लागत से 1.680 किमी की सड़क का निर्माण बीते 14 जून 2021 को लगातार हो रही बारिश के बीच रात के अंधेरे में किया गया था। सुबह होते ही जगह-जगह सड़क उखड़ने भी लगी थी। ग्रामीणों ने जब दूसरे दिन सुबह में सड़क की ऐसी स्थिति देखी तो उन्होंने काम को बंद करा कर सड़क निर्माण में बरती गई अनियमितता का विरोध किया। हो-हंगामे की जानकारी एसडीओ को जैसे मिली तो उन्होंने स्थल पर पहुंच हंगामा कर रहे लोगों को शांत कराया औऱ रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपी। लोगों के द्वारा हंगामा करने के बाद सड़क निर्माण कार्य बंद करा दिया गया था लेकिन ठेकेदार लगातार हो रही बारिश के बीच रात के अंधेरे में 8 से 9 सौ मीटर सड़क निर्माण करा चुके थे। इसके बाद जिलाधिकारी के द्वारा गठित टेक्निकल टीम बुधवार को स्थल पर पहुंच घटिया सड़क निर्माण की जांच की और सड़कों के कई हिस्सों से नमूने इकट्ठा किए। टीम में शामिल कार्यपालक अभियंता पथ निर्माण विभाग सुपौल ने बताया कि जांचोपरांत प्रथम ²ष्टया सड़क के निर्माण में अनियमितता बरती गई है। घटिया मेटेरियल का भी उपयोग किया गया है। एसडीओ ने बताया कि एकत्रित नमूने को जांच के लिए लैब भेजा जाएगा। जांच के बाद इसकी रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपी जाएगी। उन्होंने भी माना कि प्रथम ²ष्टया सड़क निर्माण में अनियमितता सामने आ रही है, लैब से जांच रिपोर्ट आने के बाद ही सही-सही कुछ कहा जा सकता है।

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