बच्चों को कुपोषण से रखें दूर, सही ढंग से करें पोषण

सुपौल। प्रखंड कार्यालय परिसर स्थित सभा भवन में बाल प्रखंड कार्यालय परिसर स्थित सभा भवन में बाल विकास परियोजना के द्वारा पोषण मेला का आयोजन किया गया। मेले में लोगों को कुपोषण से होने वाली परेशानी की जानकारी दी गई।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 19 Sep 2020 09:48 PM (IST) Updated:Sat, 19 Sep 2020 09:48 PM (IST)
बच्चों को कुपोषण से रखें दूर, सही ढंग से करें पोषण
बच्चों को कुपोषण से रखें दूर, सही ढंग से करें पोषण

सुपौल। प्रखंड कार्यालय परिसर स्थित सभा भवन में बाल विकास परियोजना के द्वारा पोषण मेला का आयोजन किया गया। मेले में लोगों को कुपोषण से होने वाली परेशानी की जानकारी दी गई। इसके प्रति सचेत रहने को कहा गया। मेला का उद्घाटन करते हुए बाल विकास परियोजना पदाधिकारी सह प्रखंड विकास पदाधिकारी अरविद कुमार ने कहा कि गर्भवती, धात्री तथा छोटे-छोटे बच्चों को कुपोषण से मुक्ति दिलाने के लिए लगातार जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है। इस दिशा में काफी हद तक सफलताएं भी मिली है। कुपोषण के कारण कई तरह की परेशानियां होती है। बच्चों का शारीरिक मानसिक विकास रुक जाता है। इसको लेकर उसके जीवन में कई कठिनाइयां उत्पन्न होती है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक माता-पिता का कर्तव्य होता है कि वह अपने बच्चों को कुपोषण से दूर रखते हुए पालन-पोषण करें। उन्होंने कहा कि मेला लोगों में एक बड़ा संदेश देता है कि कैसे हम कुपोषण से गांव के लोगों को बचा सके। कार्यक्रम में उपस्थित सेविकाओं से कहा कि हम नियमित रूप से गर्भवती तथा धात्री महिलाओं के संपर्क में रहें और आवश्यक सलाह देने का काम करें ताकि सभी कुपोषण से दूर रह सके। पर्यवेक्षिका रंजू कुमारी ने कहा कि छह माह के बाद बच्चों को पूरक आहार की जरूरत होती है, जो कई माताएं नहीं दे पाती है। उन्होंने कहा कि गांव में अभी भी कुछ भ्रांतियां है कि छोटे बच्चों को भोजन कराने से उस में गड़बड़ी होती है लेकिन यह सही नहीं है। मेला के दौरान उन्होंने कई बच्चों का उदाहरण सामने रखते हुए कहा कि जो माता अपने बच्चे को छह माह के बाद पूरा आहार देना शुरू की है वह स्वस्थ रहा है। कार्यक्रम के दौरान स्वास्थ्य विभाग के मंतोष कुमार ने विभागीय स्तर से कुपोषण दूर करने को लेकर किए जा रहे कार्यों को रखा।

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