सामुदायिक सहभागिता से दूर होगा कुपोषण : डीएम

सुपौल। राष्ट्रीय पोषण माह के तहत शनिवार को सदर प्रखंराष्ट्रीय पोषण माह के तहत शनिवार को सदर प्रखंड के करिहो पंचायत स्थित आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 192 में पोषण परामर्श केंद्र की स्थापना की गई। इसका उद्घाटन जिलाधिकारी महेंद्र कुमार ने किया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 19 Sep 2020 09:46 PM (IST) Updated:Sat, 19 Sep 2020 09:46 PM (IST)
सामुदायिक सहभागिता से दूर होगा कुपोषण : डीएम
सामुदायिक सहभागिता से दूर होगा कुपोषण : डीएम

सुपौल। राष्ट्रीय पोषण माह के तहत शनिवार को सदर प्रखंड के करिहो पंचायत स्थित आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 192 में पोषण परामर्श केंद्र की स्थापना की गई। इसका उद्घाटन जिलाधिकारी महेंद्र कुमार ने किया। जिलाधिकारी ने कहा कि कुपोषण को दूर करने के लिए सामुदायिक सहभागिता आवश्यक है।

डीएम ने कहा कि लोगों में पोषण के प्रति नजरिया व उनके व्यवहार में बदलाव लाने के मद्देनजर पोषण परामर्श केंद्र की स्थापना की गई है। इस केंद्र की मदद से माता-पिता अपने शिशु के बेहतर पोषाहार व बच्चों में कुपोषण की स्थिति की जानकारी भी ले पाएंगे। महिलाएं पोषण संबंधी जानकारियां प्राप्त कर इसका इस्तेमाल कर सकेंगी। कहा कि पोषण परामर्श केंद्र की मदद से शिशुओं, बच्चों, किशोरियों, गर्भवती महिलाओं व धात्री माताओं के लिए आवश्यक पोषण की भी जानकारी दी जाएगी। खासकर कुपोषित बच्चों के माता-पिता पोषण परामर्श केंद्र से विभिन्न प्रकार के भोजन में मौजूद खनिज पदार्थ के लाभ के बारे में जानकारी हासिल कर अपने बच्चों की सेहत बनाने में उपयोग कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि कुपोषण को दूर करने में बाल विकास परियोजना की बहुत बड़ी भूमिका रही है। राज्य और केंद्र सरकार की जो भी योजनाएं हैं केंद्र पर कार्यरत सेविका सहायिका की मदद से उसे जरूरतमंद तक पहुंचाया जाता है।

उन्होंने सेविका-सहायिका से कहा कि लगातार कुपोषित बच्चों का सर्वे कर उन्हें पोषण केंद्र तक पहुंचाएं ताकि स्वस्थ भविष्य का निर्माण किया जा सके। कहा कि इस पोषण केंद्र पर फिलहाल स्वास्थ्य कर्मी भी पहुंचेंगे जो बच्चों की नियमित जांच कर उन्हें उचित परामर्श देंगे। कोरोना महामारी के कारण बाल विकास परियोजना की कई गतिविधियां प्रभावित हुई है लेकिन अब इसमें तेजी लाई जाएगी। संक्रमण को देखते हुए लाभुकों के घर-घर जाकर उन्हें लाभ दिया जाना है। इस दौरान मास्क और शारीरिक दूरी का पालन किया जाना है। इस दौरान दूसरों को भी इसका पालन करने के लिए प्रेरित किया जाएगा। विधानसभा चुनाव को लेकर उपस्थित सहायिका-सेविका को अपने-अपने पोषक क्षेत्रों में छूटे मतदाताओं का नाम जुड़वाने के लिए आगे आने को कहा। इसके बाद जिलाधिकारी ने पोषण परामर्श केंद्र पर पोषण वाटिका की शुरुआत पपीता, नींबू व सहजन का पौधे लगाकर की। इस मौके पर आइसीडीएस की जिला कार्यक्रम पदाधिकारी राखी कुमारी, सीडीपीओ रूपम कुमारी समेत महिला पर्यवेक्षिका, आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका व स्थानीय पंचायत प्रतिनिधि उपस्थित थे।

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