अभियान चला कर शुरू किया गया विशेष नामांकन पखवाड़ा

सुपौल। जिले के सरकारी विद्यालयों में एक बार फिर से जिले के सरकारी विद्यालयों में एक बार फिर से नामांकन पखवाड़ा आरंभ हो गया है। पहली अक्टूबर से आरंभ यह नामांकन अभियान 12 अक्टूबर तक चलेगा।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 02 Oct 2020 09:51 PM (IST) Updated:Sat, 03 Oct 2020 05:04 AM (IST)
अभियान चला कर शुरू किया गया विशेष नामांकन पखवाड़ा
अभियान चला कर शुरू किया गया विशेष नामांकन पखवाड़ा

सुपौल। जिले के सरकारी विद्यालयों में एक बार फिर से नामांकन पखवाड़ा आरंभ हो गया है। पहली अक्टूबर से आरंभ यह नामांकन अभियान 12 अक्टूबर तक चलेगा।

शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार सिंह के द्वारा जारी आदेश के आलोक में जिले में अनामांकित एवं क्षिजित बच्चों की पहचान कर उम्र के सापेक्ष कक्षा में नामांकन करने का कार्य शुरू कर दिया गया है। इसके लिए जिले के सभी सरकारी विद्यालयों के पोषक क्षेत्र स्थित टोले में बच्चों की खोज शुरू कर दी गई है। नामांकन पखवाड़ा को ले जिला शिक्षा पदाधिकारी सुरेंद्र कुमार ने बताया कि इसके लिए विद्यालय के प्रधान शिक्षक द्वारा एक विस्तृत कार्ययोजना तैयार करने का निर्देश दिया गया है। जहां कक्षा एक में अनामांकित एवं क्षिजित चिन्हित बच्चों का नामांकन बच्चों के घर पर जाकर किया जाना है। वहीं वर्ग पांच से प्रोन्नत छात्र-छात्राओं के नामांकन को ले संकुल स्तर पर अभियान का संचालन किया जा रहा है। ऐसे छात्र-छात्राओं का आकलन कर बच्चों की सुविधा अनुसार क्षेत्र में अवस्थित मध्य विद्यालय में नामांकन हेतु चिन्हित किया गया है। इसके लिए प्राथमिक विद्यालय के प्रधान शिक्षक ऐसे प्रोन्नत छात्र-छात्राओं का नामांकन नजदीक विद्यालयों में कराने के लिए उसकी सूची मध्य विद्यालय के प्रधान को सौंपने का निर्देश दिया गया है। साथ ही दोनों विद्यालय के प्रधान शिक्षक सामूहिक रूप से यह सुनिश्चित करेंगे कि वर्ग पांच से प्रोन्नत सभी छात्र-छात्राओं का नामांकन वर्ग छह में हो जाए। इसी प्रकार पखवाड़ा के तहत वर्ग आठ से पूर्व छात्र-छात्राओं का भी नामांकन कक्षा नौ में 12 अक्टूबर तक किया जा रहा है। इसके लिए पंचायत अंतर्गत मध्य विद्यालय से उच्च विद्यालय का टैगिग करके वर्गों उन्नत बच्चों की सूची संबंधित प्रधान को उपलब्ध कराकर सामूहिक रूप से बच्चों का नामांकन कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पखवाड़ा के तहत क्षिजित बच्चों को भी उम्र के साथ एक कक्षा में नामांकन का कार्य करने का निर्देश दिया गया है।

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