धूमधाम से मनाया गया मिथिलांचल का पर्व जूड़ शीतल
संवाद सूत्र लौकहा-बाजार (सुपौल) सदर प्रखंड अंतर्गत विभिन्न जगहों पर गुरुवार को मिथिलांचल का
संवाद सूत्र, लौकहा-बाजार (सुपौल) : सदर प्रखंड अंतर्गत विभिन्न जगहों पर गुरुवार को मिथिलांचल का महान पर्व जूड़ शीतल धूमधाम से मनाया गया। हालांकि पुरानी परंपराएं अब पुरानी पड़ती जा रही हैं, लेकिन कुछ लोग अब भी पुरानी परंपराओं को निभा रहे हैं। उन्हीं में एक है मिथिला का परंपरागत त्योहार जूड़ शीतल। यह मूल रूप से पर्यावरण व स्वच्छता से जुड़ा है। पंडित विनोदानंद झा बताते हैं कि यह प्रकृति का संयोग है कि मिथिलांचल के नए साल की शुरुआत तपती गर्मी से होती है। इसके स्वागत में बड़े-बुजुर्ग सुबह-सुबह छोटों के सिर पर बासी जल देकर शीतलता के साथ जीवन जीने का आशीष देते हैं, ताकि यह शीतलता सदा बरकरार रहे। इस दिन घरों में चूल्हा नहीं जलाने की भी परंपरा रही है। बताते हैं कि इस दिन लोग नित्य दिनचर्या से परे मार्ग की साफ-सफाई करना नहीं भूलते। साथ ही सड़क पर जल का छिड़काव कर आम राहगीरों के लिए भी शीतलता की कामना करते हैं। पर्यावरण को स्वच्छ रखने की दिशा में यह त्योहार काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। इस अवसर पर बासी भोजन करने की भी परंपरा है।