कुपोषण दूर करने के लिए जरूरी है पोषण वाटिका
सुपौल। कृषि विज्ञान केंद्र में आयोजित तृतीय चरण के कृषि विज्ञान केंद्र में आयोजित तृतीय चरण के प्रशिक्षण में चयनित जिला के आंगनबाड़ी सेविका जीविका दीदी और कृषक महिलाओं को कई तरह की जानकारी शुक्रवार को दी गई। कृषि विज्ञान केंद्र में आयोजित तृतीय चरण के प्रशिक्षण में चयनित जिला के आंगनबाड़ी सेविका जीविका दीदी और कृषक महिलाओं को कई तरह की जानकारी शुक्रवार को दी गई।
सुपौल। कृषि विज्ञान केंद्र में आयोजित तृतीय चरण के प्रशिक्षण में चयनित जिला के आंगनबाड़ी सेविका, जीविका दीदी और कृषक महिलाओं को कई तरह की जानकारी शुक्रवार को दी गई।
कार्यक्रम का उद्घाटन केंद्र के वरीय वैज्ञानिक सह प्रधान इंजीनियर प्रमोद कुमार चौधरी और डॉ. मनोज कुमार ज्ञानचंद ने फीता काटकर किया। वैज्ञानिक सह प्रधान ने कहा कि कुपोषण दूर करने के लिए पोषण वाटिका की स्थापना जरूरी है। पोषण में तीन बातों का अवश्य ख्याल रखें। प्रत्येक व्यक्ति के थाली में सभी पोषक तत्वों की आपूर्ति के लिए पोषण वाटिका का होना आवश्यक है। पोषण वाटिका में मशरूम उत्पादन की भूमिका इसके नियमित सेवन से होने वाले फायदे की जानकारी भी दी गई। वैज्ञानिक डॉ. मनोज कुमार ने प्रत्येक पोषण वाटिका में वर्मी कंपोस्ट एवं जैविक खाद का उपयोग करने की सलाह दी। कार्यक्रम में सेविका, जीविका दीदी, कृषक महिलाएं एवं कृषि विज्ञान के कर्मी मौजूद थे।